Faridabad 38वें सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेले में मंगलवार को बड़ी चौपाल पर नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (एनआईएफटी) की ओर से आयोजित फैशन शो ने दर्शकों का खूब मन मोह लिया। इस शानदार शो में मॉडल्स ने विभिन्न पारंपरिक और समकालीन परिधानों को रैंप पर उतारकर भारतीय कारीगरी और आधुनिक फैशन ट्रेंड्स का अद्भुत संगम प्रस्तुत किया।

एनआईएफटी के इस फैशन शो ने भारतीय और वैश्विक फैशन का बेहतरीन मिश्रण पेश किया, जिसमें पारंपरिक कढ़ाई, बंधनी, ब्लॉक प्रिंट, जरदोजी और हाथ की कारीगरी से सजे परिधान देखने को मिले। इस शो में युवा डिजाइनर्स ने अपनी रचनात्मकता और डिजाइन कौशल का प्रदर्शन किया, जिससे फैशनप्रेमी दर्शक खासे प्रभावित हुए।

भारतीय कारीगरी को वैश्विक मंच पर पहुंचाने की अनूठी पहल
फैशन शो के दौरान मॉडल्स ने एक से बढ़कर एक अनूठे परिधान पहने, जो भारतीय संस्कृति के विभिन्न रंगों को दर्शा रहे थे। इसमें पारंपरिक राजस्थानी घाघरा-चोली, बनारसी और कांजीवरम साड़ियां, लखनवी चिकनकारी कुर्ते, आधुनिक इंडो-वेस्टर्न गाउन और एथनिक जैकेट्स जैसे परिधान शामिल थे। एनआईएफटी के डिजाइनर्स ने पारंपरिक वस्त्रों में आधुनिकता का तड़का लगाकर इन्हें आज के युवाओं के अनुकूल बनाया।

इस शो के माध्यम से न केवल भारतीय कारीगरी को नए अंदाज में पेश किया गया, बल्कि फैशन के क्षेत्र में नवाचार और परंपरा के मेल को भी दर्शाया गया। शो में भाग लेने वाले मॉडल्स ने आत्मविश्वास और आकर्षक अंदाज में रैंप वॉक कर दर्शकों का खूब मनोरंजन किया।
दर्शकों ने की सराहना
फैशन शो के दौरान बड़ी संख्या में उपस्थित दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ मॉडल्स और डिजाइनर्स का उत्साहवर्धन किया। शो के बाद दर्शकों ने कहा कि यह फैशन शो भारतीय कला, संस्कृति और फैशन के गहरे संबंध को बखूबी दर्शाता है।