सोनीपत के गोहाना में मशहूर मातूराम हलवाई जलेबी वाले की दुकान पर हुई फायरिंग में तनाव बढ़ा हुआ है। तीन बदमाश बाइक पर सवार होकर दुकान पर 40 राउंड फायर करने के बाद 2 करोड़ रुपए की फिरौती से जुड़ा एक पर्ची भी फेंकी। इस वारदात के पीछे हिमांशु भाऊ की गैंग का हाथ होने का आरोप लगाया जा रहा है।
बता दें कि हिमांशु भाऊ रोहतक जिले के गांव रिठौली का रहने वाला हैं। उन्होंने अपनी कम उम्र में अपराध की दुनिया में कदम रखा। उनकी पहली गुंडागर्दी का मामला 2020 में हुआ, जब उन्होंने अपने गांव के एक युवक पर फायरिंग कर दी और हत्या के प्रयास में गिरफ्तार हो गया। हिमांशु की उम्र के कारण उन्हें बाल सुधार गृह में भेजा गया, लेकिन उसका दिल और दिमाग वहीं नहीं ठहरा। उसने यहां सुधारने की बजाय एक डॉन बनने का निर्णय लिया और दिल्ली के मशहूर गैंगस्टर नीरज बवाना के साथ मिलाया। हिमांशु ने अपने गैंग के साथ दिल्ली में बड़ी वारदातों को अंजाम देना शुरू किया। उनका नाम छोटी उम्र में ही रोहतक, झज्जर और दिल्ली के अलावा बड़ी वारदातों में आने लगा। हिमांशु ने गैंगस्टर नीरज बवाना के साथ मिलकर बड़ी वारदातों को कोआर्डिनेट किया। इसके बाद उनकी गैंग ने सोनीपत के गोहाना में मातूराम हलवाई जलेबी वाले की दुकान पर फायरिंग करके 2 करोड़ रुपए की फिरौती के लिए हंगामा खड़ा किया।

एनआई की रडार पर, 2 बार की जा चुकी रेड
नीरज बवाना वर्तमान में तिहाड़ जेल में बंद है और वह लॉरेंस बिश्नोई के खिलाफ दुश्मनी रखते हैं। हिमांशु ने गैंगस्टर के साथ जुड़कर उसकी गैंग के साथ दिल्ली में बड़ी वारदातों को आयोजित किया है। हिमांशु भाऊ को रडार पर रखते हुए एनआईए द्वारा दो बार उसके गुर्गों के ठिकानों पर रेड की। इतना ही नहीं रोहतक पुलिस ने इंटरपोल के माध्यम से रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया। बताया जा रहा है कि हिमांशु फर्जी पासपोर्ट बनवाकर विदेश में रह रहा है। हिमांशु भाऊ का जीवन अपराध में ढल गया है और उन्होंने बड़ी वारदातों में अपना हिस्सा लिया है। जिनमें हत्या, फिरौती और धोखाधड़ी जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं। उनका नाम नीरज बवाना जैसे दिल्ली के गैंगस्टर के साथ जुड़कर विदेश में गैंग ऑपरेट करने के लिए भी मशहूर है।