Haryana के रेवाड़ी जिले के चिराहड़ा गांव में 8 लाख रुपये खर्च करके एक दुल्हन को हेलिकॉप्टर से विदा करने का एक दिलचस्प और यादगार मामला सामने आया है। यह घटना न केवल दुल्हन और दूल्हे के परिवार के लिए, बल्कि पूरे इलाके के लिए एक अनोखी चर्चा का विषय बन गई है।
दूल्हे हिमांशु चौहान और दुल्हन गरिमा चौहान के परिवारों के बीच संपन्नता के बावजूद, इस विशेष विदाई का कारण था दूल्हे के पिता का 45 साल बाद परिवार में बेटी के आगमन को यादगार बनाना। वीरेंद्र सिंह चौहान, जो खुद जमींदार हैं, ने अपनी बहू को बेटी के रूप में स्वीकारते हुए यह शाही विदाई आयोजित की। उन्होंने कहा, “हमारे परिवार में 45 साल से किसी बेटी का जन्म नहीं हुआ था, इसलिए आज यह पल हमारे लिए खास था।”
यह अनूठी विदाई 8 फरवरी को भिवानी से शुरू हुई, जब दुल्हन हेलिकॉप्टर में बैठकर अपने नए जीवन की शुरुआत करने के लिए उड़ान भरी। हिमांशु ने बताया, “शादी में कुछ अलग करना था, इसलिए विदाई के लिए हेलिकॉप्टर बुक किया।” गरिमा का कहना था, “मेरे पापा एक पॉलिटिशियन हैं, और मुझे उम्मीद थी कि शादी धूमधाम से होगी। पहली बार हेलिकॉप्टर में बैठकर मैं खुद को बेहद खास महसूस कर रही हूं।”