हरियाणा में डेंगू का डंक अब डराने लगा है। राज्य में डेंगू के सबसे खतरनाक वायरस डीईएनवी -2 यानी डी2 की एंट्री हो गई है। कई जिलों के लोगों की खून जांच में डेंगू का यह वायरस मिला है। वैसे भी सूबे में अब डेंगू संक्रमितों की संख्या 5000 के पार पहुंच गई है। 7 जिलों में हालात ज्यादा खराब हो रहे हैं।
इनमें सबसे पहले चरखी दादरी है, यहां 557 लोगों में डेंगू संक्रमण की पुष्टि हुई है। वहीं पंचकूला में 388, अंबाला में 383, यमुनानगर में 375, रेवाड़ी में 357, हिसार में 357 और झज्जर में 295 डेंगू संक्रमित शामिल हैं। हालातों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने जिलों के हॉट स्पॉट की मैपिंग का काम शुरू कर दिया है। इसके बाद इन स्थानों पर विशेष फोकस किया जाएगा।
नमूनों की जांच में मिले वायरस
सप्रोप्रवलेंस सर्वेक्षण के लिए स्वास्थ्य विभाग के द्वारा भेजे गए नमूनों की जांच में DENV-2 यानी डी2 के प्रमुख अंश मिले हैं। वैसे डेंगू वायरस के प्रकारों में डीईएनवी -1, डीईएनवी -2, डीईएनवी -3 और डीईएनवी -4 शामिल हैं, लेकिन स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार डी2 सबसे खतरनाक वायरस है। इसमें मरीज के ठीक हो जाने के बाद भी इस वायरस का असर रहता है, ऐसे में मरीज के लिए और एहतियात जरूरी हो जाती है।
नवंबर महीने के पहले सप्ताह तक रहेंगा डेंगू चरम पर
स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर और विशेषज्ञ मानते हैं कि अभी खतरे के 15 और दिन हैं। नवंबर माह के पहले सप्ताह तक डेंगू अपने चरम पर रहेगा। डेंगू के मामले बढ़ेंगे। इसके पीछे यह वजह बताई जा रही है कि डेंगू के मच्छर को पनपने के लिए यह वातावरण सबसे ज्यादा उपयुक्त है। जब तक तापमान में गिरावट नहीं आती तब तक यही स्थिति रहेगी। नवंबर माह में दीवाली के बाद डेंगू का सीजन समाप्त होता है। जाते-जाते आखिरी दिनों में डेंगू के सबसे ज्यादा मामले सामने आते हैं।
डेंगू से कैसे रखें बचाव?
पैरों में जूते-जुराब और पूरी बाजू के कपड़े पहनें। डेंगू का मच्छर दिन में काटता है, सप्ताह में एक दिन घर में ड्राई डे मनाएं और अपने घर, दुकान के आसपास देखें कि कहीं किसी बर्तन, बेकार सामान, गड्ढे में पानी तो नहीं भरा हुआ है। अगर भरा हुआ है तो उसे खाली कर दें या उसमें तेल डाल दें।