हरियाणा के यमुनानगर में हुए जहरीली शराब कांड को शायद कोई भूला नहीं होगा। जहरीली शराब में 18 लोगों की मौत हुई थी। हरियाणा सरकार ने पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद का ऐलान किया था। अब उसे मुआवजे के पैसे पर भी एक भ्रष्ट कर्मचारी की नजर थी जिस पर अब एफआईआर दर्ज हुई है।
यमुनानगर जिले में जहरीली शराब से फुन्सगढ़, पंजेटो का माजरा और मंडेबरी में 18 लोगों की मौत हुई थी। इसके बाद जहरीली शराब के मामले से हरियाणा की राजनीति में खूब तूल पड़ा था। हरियाणा सरकार की तरफ से मृतक के परिजनों को आर्थिक मदद का ऐलान किया गया था, लेकिन अब पीड़ित परिवारों को जो आर्थिक मदद मिल रही है उस पर भी करप्ट कर्मचारी नजर जमाए बैठे हैं।
आरोपी सुरेंद्र कुमार के खिलाफ केस दर्ज
यमुनानगर में अटल सेवा केंद्र संचालक पर 10 फीसदी कमीशन मांगने के आरोप लगे हैं। पंजेटो के माजरा गांव के प्रदीप नें बताया की अटल सेवा केंद्र का संचालक सुरेंद्र कुमार 10% प्रतिशत कमीशन की डिमांड कर रहा है। जब इन लोगों ने कमीशन देने से मना कर दिया तो सुरेंद्र अटल सेवा केंद्र संचालक पीड़ितों के घर पर ही पहुंच गया और पीड़ित परिवारों के खाते में आए 3 लाख रूपये के बदले कमीशन का दबाव बनाने लगा। जिस पर पीड़ित ने फर्कपुर पुलिस थाना में शिकायत दी और आरोपी सुरेंद्र कुमार के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी।
पीड़ित परिवार पर कमीशन देने का दबाव बनाता था सुरेंद्र कुमार
पुलिस को दी शिकायत में प्रदीप ने बताया कि 8 नवंबर को जहरीली शराब पीने की वजह से उसके पिता सरवन सिंह की मौत हो गई थी। इसके बाद सरकार ने जहरीली शराब पीने से मृतक के परिजनों को मुआवजा राशि देने की घोषणा की थी। इसी के चलते ही उसके घर पर अटल सेवा केंद्र संचालक सुरेंद्र कुमार आया जिसे परिजनों से मुआवजे के लिए फार्म भरवाए वहीं पर कई अन्य ग्रामीण लोगों के भी फार्म भरवाये। फार्म के भरने के बाद दिसंबर में ही सरवन की पत्नी किरण देवी के खाते में मुआवजे के 300000 आ गए। इसके बाद 14 दिसंबर से ही सुरेंद्र कुमार पीड़ितों के घर जाना शुरू कर दिया और कमीशन देने का दबाव बनाने लगा। पीड़ितों ने पुलिस में शिकायत दी जिस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी के खिलाफ कारवाई शुरू कर दी है

