Panipat के एक गांव में एक पुराने घर की छत गिरने से वहां सो रहे परिवार के 5 सदस्य मलबे में दब गए। रात के समय हुए इस हादसे में घर के सदस्य चीखते हुए मलबे से निकाले गए, जिससे पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। घायलों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज जारी है।
परिवार के सदस्य सुषमा (45), सुमन (38), नीरज (19), स्वाति (21), और 13 वर्षीय माफी (जो रिश्तेदारों से मिलने आई थी) गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के समय छत पर लगा लोहे का गाटर दीवार से बाहर निकल आया था, जिसके चलते छत गिर गई।
शादी के बाद घर की मरम्मत
यह मकान करीब 40 साल पुराना था, और एक महीने पहले परिवार ने अपनी बेटी की शादी के लिए घर की मरम्मत करवाई थी। तब छत की मरम्मत भी की गई थी, ताकि शादी के दौरान कोई हादसा न हो, लेकिन क्या मरम्मत पूरी तरह से सही तरीके से नहीं की गई थी? क्या परिवार की उम्मीदें टूट गईं जब छत ने अपना साथ छोड़ दिया?
मकान मालिक की दीन-हीन हालत
मकान मालिक संजय की आर्थिक स्थिति बहुत कमजोर है। वह खेती-बाड़ी से अपने परिवार का भरण-पोषण करता है। अब घर की छत गिरने के बाद भी वह और उसका परिवार उसी घर में सोने को मजबूर है।