हरियाणा के जिला यमुनानगर की सीआईए-1 पुलिस ने केंद्रीय सहकारी बैंकों में चोरी की घटनाओं का पर्दाफाश किया है। सीआईए-1 की टीम ने 4 चोरों को गिरफ्तार किया है। जिन्होंने पूछताछ के दौरान कई बड़े खुलासे किए हैं। फिलहाल पुलिस सभी आरोपियों से सख्ती से पूछताछ कर रही है। बताया जा रहा है कि मामले में कई अन्य बड़े खुलासे होने की उम्मीद है।
गौरतलब है कि यमुनानगर के चमरौडी स्थित केंद्रीय सहकारी बैंक में चोरी की लगातार घटनाओं के बाद अब पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। सीआईए-1 की टीम ने 4 ऐसे चोरों को पकड़ा है, जिनके खुलासों से पुलिस भी अचंभित है। सीआईए-1 के इंचार्ज केवल सिंह ने बताया कि यह चोर गिरोह बिहार का है और हरियाणा में केंद्रीय सहकारी बैंकों को ही अपना निशाना बनाते थे। छुट्टी से एक दिन पहले रात के अंधेरे में आसानी से चोरी कर रफूचक्कर हो जाते थे।
केवल सिंह का कहना है कि यह गिरोह हरियाणा के जिला करनाल, पानीपत, अंबाला, यमुनानगर और कुरुक्षेत्र में अलग-अलग जगह किराए के कमरे लेकर रहते थे और फिर रेकी करते थे। जैसे ही इनको चोरी के लिए लड़कों की जरूरत होती थी तो यह दिल्ली या फिर बिहार से अपने साथ उन्हें जोड़ लेते थे। यह सिर्फ सहकारी बैंक को ही अपना निशाना बनाते थे, क्योंकि इसमें चोरी करना आसान था। सीआईए-1 के इंचार्ज ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों में से 2 लोगों पर पहले ही मुकदमा दर्ज है। फिलहाल पुलिस आरोपियों से सख्ती से पूछताछ कर रही है। अब तक कई खुलासे सामने आ चुके हैं। पुलिस का मानना है कि आरोपी और भी कई बड़े खुलासे कर सकते हैं।
सीआईए-1 इंचार्ज केवल सिंह का कहना है कि आरोपियों ने सितंबर 2023 में रादौर के गांव चमरौडी की केंद्रीय सहकारी शाखा में दीवार को तोड़कर चोरी की गई थी। इस दौरान गिरोह ने लाखों रुपये बैंक से चुराए थे। इसके बाद चोरों ने इसी साल फिर से इस बैंक को निशाना बनाया और दोबारा चोरी की। उन्होंने बताया कि इस बार गिरोह की किस्मत खराब निकली। जिन्हें पुलिस ने काबू कर लिया। उन्होंने बताया कि पुलिस ने आरोपियों को न्यायालय में पेश कर 3 दिन के रिमांड पर लिया है। उम्मीद है पुलिस आरोपियों से कई अहम राज उगलवा सकती है।