हरियाणा रोडवेज ड्राइवर राजवीर की हत्या के बाद सोनीपत में आज उसका अंतिम संस्कार होगा। परिजन हत्या के बाद से सरकार से 50 लाख रुपए मुआवजा, शहीदी का दर्जा और ग्रुप-सी में नौकरी की मांग कर रहे थे। बुधवार शाम को परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा के साथ हुई तीन बार की वार्ता में 15 लाख मुआवजा, ग्रुप-सी में मैकेनिकल और 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर शहीदी का दर्जा देने पर सहमति जताई गई है।
इसके बाद परिजनों ने अंबाला कैंट बस स्टैंड से शव उठाया। उधर, पड़ाव थाना पुलिस हत्याकांड के मुख्य तीनों आरोपियों को आज कोर्ट में पेश करेगी। आरोपियों में तोपखाना के मनीष, जतिन और धीरज शामिल हैं। जिन्होंने पार्किंग विवाद में राजवीर को मुंह पर मुक्के मारे थे, जिसकी वजह से राजवीर को गंभीर चोटें आईं। चंडीगढ़ में इलाज के दौरान राजवीर की मौत हुई थी।
ड्राइवर की हत्या के बाद रोडवेज ने किया चक्का जाम
रोडवेज ड्राइवर राजवीर की हत्या के बाद बवाल मच गया था। हरियाणा रोडवेज यूनियन ने बुधवार रात 12 बजे से प्रदेशभर में चक्का जाम कर दिया था। हरियाणा के बाद पंजाब रोडवेज ने भी बड़ा ऐलान करते हुए मीटिंग में कोई हल न निकलने पर गुरुवार से हरियाणा में पंजाब रोडवेज की बसों की भी आवाजाही बंद रखने का ऐलान किया था। चक्का जाम की वजह से यात्रियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी।
डस्टर सवार तीन बदमाशों ने किया था राजवीर पर हमला
ड्राइवर राजवीर पर डस्टर सवार बदमाशों ने दिवाली की रात अंबाला कैंट बस स्टैंड की पार्किंग में कहासुनी होने पर हमला किया था। राजवीर की गंभीर हालत को देखते हुए चंडीगढ़ रेफर किया गया था। यहां राजवीर ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था। राजवीर सोनीपत के पटेल नगर के रहने वाले थे।
सोमवार शाम को राजवीर के शव का पोस्टमार्टम हुआ था। जिसके बाद परिजन चंडीगढ़ से सीधा उसके शव को अंबाला कैंट बस स्टैंड पर लेकर आए और यहां धरना शुरू किया था।