Bambar Thakur firing case: हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में होली के दिन कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक बंबर ठाकुर पर जानलेवा हमला हुआ। इस हमले के सिलसिले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान रितेश, मंजीत नड्डा और रोहित राणा के रूप में हुई है। इन पर आरोप है कि ये बंबर ठाकुर की गतिविधियों की जानकारी शूटरों को दे रहे थे।

पुलिस ने मंडी जिले के चक्कर से एक बोलेरो वाहन और पिस्तौल बरामद की है। प्राथमिक जांच में पता चला है कि इस हमले के पीछे हरियाणा के रोहतक जिले के रिटौली गांव के शूटर शामिल हैं। ये हमलावर पेशेवर पहलवान बताए जा रहे हैं। पुलिस इस मामले में जांच तेज कर हमलावरों की तलाश कर रही है।
हमलावरों ने घटना के दिन दोपहर करीब 3 बजे बंबर ठाकुर के आवास पर 22 से 24 राउंड फायरिंग की। इस दौरान बंबर ठाकुर की टांग में गोली लगी, जबकि उनके पीएसओ संजीव कुमार को दो गोलियां लगीं, जिनमें से एक पेट में और दूसरी टांग में लगी। घटना के बाद बंबर ठाकुर को आईजीएमसी शिमला में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
इस हमले की जांच के लिए पुलिस ने विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है। इसका नेतृत्व डीआईजी सेंट्रल रेंज सौम्या सांबशिवन करेंगी, जबकि एडीजी ज्ञानेश्वर सिंह इस जांच की निगरानी करेंगे। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी अस्पताल पहुंचकर बंबर ठाकुर का हाल जाना और पुलिस को जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए।
सुनें क्या बोल रहे बंबर ठाकुर
हिमाचल के दबंग नेताओं में शुमार बंबर ठाकुर
हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर सदर से कांग्रेस के पूर्व विधायक बंबर ठाकुर पर जानलेवा हमला हुआ है। होली के दिन उनकी पत्नी के सरकारी आवास पर यह वारदात घटी, जहां चार हमलावरों ने उन पर 25 गोलियां दागीं। गनीमत रही कि केवल एक गोली उनकी जांघ में लगी और उनकी जान बच गई। आईए जानें कौन हैं दंबन नेता …………
बंबर ठाकुर का जन्म 30 जुलाई 1969 को हुआ था। उनके पिता का नाम रामदास है और वह बिलासपुर के औहर क्षेत्र से ताल्लुक रखते हैं। उन्होंने हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी से 1994 में एलएलबी की पढ़ाई पूरी की। उनकी पत्नी भावना ठाकुर स्वास्थ्य विभाग में स्टाफ नर्स हैं और उनके दो बेटे हैं। बड़ा बेटा ईशान ठाकुर कई बार विवादों में रहा है। उस पर चरस तस्करी और बीते वर्ष कोर्ट परिसर में फायरिंग करने का आरोप भी लग चुका है, जिसके चलते उसे गिरफ्तार किया गया था।

यह पहली बार नहीं है जब बंबर ठाकुर पर हमला हुआ हो। फरवरी 2024 में भी उन पर रेलवे लाइन कंपनी के दफ्तर में हमला किया गया था, जिसमें 11 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था। हमलावरों में से एक आरोपी पर पिछले साल बिलासपुर कोर्ट में गोलीबारी का मामला भी दर्ज हुआ था, जिसमें उनके बेटे ईशान ठाकुर को मास्टरमाइंड बताया गया था।
राजनीतिक करियर की बात करें तो बंबर ठाकुर 2012 में कांग्रेस के टिकट पर विधायक चुने गए थे। उन्हें वीरभद्र सिंह का करीबी माना जाता था और उनकी छवि दबंग नेता के रूप में स्थापित थी। हालांकि, 2017 और 2022 के विधानसभा चुनावों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
इस फायरिंग मामले पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। सीएम के मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने कहा है कि कानून-व्यवस्था दुरुस्त है और आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।