पानीपत के आई.बी.(एल) पब्लिक स्कूल प्रांगण में शुक्रवार को विजयादशमी (दशहरा पर्व) के उपलक्ष्य में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें अतिथियों के रूप में विद्यालय के प्रबंधक युधिष्ठिर मिगलानी, प्रधानाचार्या जयश्री गर्ग, प्रशासनिक अधिकारी गोबिंद कालरा, मीना तनेजा, रीटा ढींगड़ा और सरिता नारंग ने पहुंचे। अतिथियों ने कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलित करके की।
इस दौरान कक्षा 9वीं की छात्रा श्रुति ने अपने भाषण के माध्यम से समझाया कि दशहरा कब तथा क्यों मनाया जाता है। इसे विजयदशमी के नाम से क्यों जाना जाता है। उत्सव के दौरान स्कूल के चारों सदनों के विद्यार्थियों ने अपना-अपना प्रदर्शन दिखाकर सभागार में मौजूद सभी दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। छात्रा कनिष्का और सौम्या ने आयो रे शुभ दिन पर मनोहारी नृत्य प्रस्तुत किया।
छात्र आयाश ने हनुमान जी की प्रेम भक्ति पर गीत प्रस्तुत किया। सभी सदनों के विद्यार्थियों ने भगवान श्रीराम जी के त्याग पर झांकियां प्रस्तुत की। हनुमान नृत्य से सारा सभागार जय हो वीर ध्वनि से गुंजायमान हो उठा। कक्षा प्री से 5वीं तक के विद्यार्थियों ने रामलीला का मंचन किया। जिसमें भगवान प्रभु श्रीराम जी के जीवन की सुंदर-सुंदर झांकियां प्रदर्शित की। इस दौरान हनुमान मुखौटा बनाओ प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। जिसमें विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और आर्ट एंड क्राफ्ट से रावण व तलवार बनाई। रोलिंग प्री के नन्हें बच्चों ने मन लुभावना नृत्य प्रस्तुत कर सबका मन मोह लिया।
प्रधानाचार्या जयश्री गर्ग ने सभी विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत किए गए कार्यक्रम की सराहना की गई। उन्होंने दशहरे के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह त्योहार बुराई पर अच्छाई का संदेश देता है। बच्चों को सांस्कृतिक एवं पारंपरिक जानकारी से अवगत कराने के लिए विद्यालय में इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन जरूरी है। उन्होंने कहा कि हमें मिलकर अमन-शांति के इस देश से बुराई का अंत करना होगा।
कार्यक्रम के अंत में भगवान श्रीराम-लक्ष्मण और हनुमान की वेशभूषा धारण किए हुए विद्यार्थियों ने रावण के पुतले का दहन किया। सभागार में मौजूद अतिथियों, स्टाफ सदस्यों और विद्यार्थियों ने जय श्रीराम के नारे लगाएं। मंच संचालन ममता गुलाटी ने किया। कार्यक्रम के समापन पर आई.बी.(एल) प्रबंधक कमेटी प्रतिभागी विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया।