शनिवार को गीता यूनिवर्सिटी, नौल्था में आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। इस मौके पर उन्होंने यूनिवर्सिटी के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया और शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला।
अपने संबोधन में मंत्री ने कहा कि शिक्षा केवल रोजगार का माध्यम नहीं बल्कि संस्कारों की जननी है। यह न केवल व्यक्ति के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने में मदद करती है, बल्कि उसे समाज को बेहतर बनाने के योग्य भी बनाती है। एक शिक्षित व्यक्ति में समाज सेवा और नैतिक मूल्यों का समावेश होना जरूरी है।
ग्रामीण विकास की झलक
अपने भाषण में मनोहर लाल ने राज्य सरकार की ग्रामीण विकास योजनाओं का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश के सभी गांवों में मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध है। सभी गांवों की फिरनियों को पक्का किया जाएगा गांवों में सड़क और लाइट की समुचित व्यवस्था की जा रही है ई-लाइब्रेरी की स्थापना का काम भी शुरू हो चुका है
मंत्री ने बताया कि वे करनाल लोकसभा क्षेत्र के विभिन्न गांवों का दौरा कर रहे हैं और लोगों से मिलकर यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि कौन-से कार्य पूर्ण हो चुके हैं और कौन-से अभी लंबित हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि वे मुख्यमंत्री से बात कर जल्द से जल्द विकास कार्यों को पूरा करवाएंगे और गांवों में रोजगार और खुशहाली सुनिश्चित करेंगे।
राजनीतिक तकरार पर प्रतिक्रिया
इस दौरान जब उनसे अभय चौटाला के उस बयान पर प्रतिक्रिया मांगी गई, जिसमें चौटाला ने कहा था कि भाजपा परिवार तोड़ने का काम करती है, तो केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने शांत और संतुलित प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि अभय चौटाला को आरोप लगाने से पहले अपने घर में झांकना चाहिए। हमारी तो हमेशा कोशिश रहती है कि सब परिवार एक रहें, इकट्ठा रहें। उन्होंने यह भी जोड़ा कि उन्होंने खुद चौटाला परिवार को एक करने के कई प्रयास किए हैं और आज भी वह दिल से चाहते हैं कि यह परिवार फिर से एकजुट हो।