हरियाणा के फरीदाबाद में सूरजकुंड रोड स्थित सिद्धदाता आश्रम के पीछे घने जंगलों में अलग-अलग स्कूल में पढ़ने वाले कक्षा 11वीं के 2 छात्रों के शव पेड़ से फंदे पर लटके मिले। जिनकी उम्र करीब 16 वर्ष बताई जा रही है। पुलिस इनके फोन की लोकेशन ट्रेस कर आधी रात को मौके पर पहुंची थी। पुलिस मौके पर पहुंची तो दोनों छात्रों के शव एक ही पेड़ पर फंदे से लटक रहे थे। जिसकी पहचान यश गौतम और युवराज के रूप में हुई है। उधर दोनों छात्रों की मौत से उनके घरों में मातम पसर गया है। पुलिस ने जांच शुरू करते हुए दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवा दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार यश गौतम 84 बीपीटीपी एलिट प्रीमियम सोसाइटी और युवराज सेक्टर-31 में अपने परिवार के साथ रहता था। दोनों में दोस्ती थी और अलग-अलग स्कूल में पढ़ रहे थे। मृतक छात्र यश गौतम के पिता विकास गौतम ने बताया कि उनका बेटा रविवार को दोपहर करीब 3 बजे के बाद घर से निकला था। कई घंटे बीत जाने के बाद घर नहीं पहुंचा, तो अपने स्तर पर बेटे की काफी तलाश की, लेकिन जब यश गौतम का कहीं कुछ पता नहीं चला तो मामले की सूचना पुलिस को दी गई। वहीं युवराज के पिता का कहना है कि वह गुरुग्राम में एक कंपनी में ऑपरेशन डिपार्टमेंट संभालते हैं। उनके दो बेटे थे। जिनमें से अब युवराज उन्हें छोड़कर चला गया है। जानकारी अनुसार युवराज के माता-पिता पानीपत के निवासी हैं और काफी समय फरीदाबाद के सेक्टर-31 में रह रहे हैं। वहीं मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस ने यश गौतम के फोन को सर्विलांस पर लगाया तो उसकी लोकेशन सिद्धदाता आश्रम के पीछे घने जंगलों में आ रही थी। फिर भी पुलिस सही लोकेशन पर नहीं पहुंच पा रही थी। रात को करीब 12 बजे क्राइम ब्रांच की टीम यश गौतम तक पहुंची। इस दौरान यश के साथ उसका दोस्त युवराज भी पेड़ पर फंदे से लटका मिला।

परिजनों ने हत्या की जताई आशंका
यश गौतम के पिता विकास गौतम ने बताया कि जहां घने जंगलों में पुलिस को जाने में कई घंटे काफी मशक्कत उठानी पड़ी। वहीं दोनों बच्चे स्कूटी लेकर वहां कैसे पहुंचे। दोनों बच्चों ने आत्महत्या की है तो ऐसी क्या एक ही वजह थी कि दोनों को एक साथ सुसाइड करना पड़ा। विकास का कहना है कि दोनों अलग अलग रहते थे और उनके स्कूल भी अलग थे। परिजनों को आशंका है कि जंगल में दोनों बच्चों के अलावा कोई और भी था। जिसने उनके साथ खाना खाया होगा और सिगरेट पी होगी। फिर दोनों बच्चों की हत्या कर उनके शवों को पेड़ से लटकाया गया है।
परिजनों ने पुलिस पर जल्दबाजी में फैसला करने का लगाया आरोप
मृतक यश के पिता विकास गौतम का कहना है कि वह घटना स्थल पर क्राइम ब्रांच पुलिस के साथ थे, लेकिन पुलिस ने दोनों के शवों को पेड़ से लटका देखते ही सुसाइड करार दे दिया। जबकि यश गौतम के दोनों घुटने जमीन से टिके हुए थे और युवराज के पैर भी जमीन पर लगे थे। आरोप है कि पुलिस ने जल्दबाजी करते हुए न तो कोई फोरेंसिक टीम बुलाई और न ही वहां से कोई सैंपल लिए। जबकि मौके पर खाने के कई डिब्बे और सिगरेट पीने के बाद बचे टुकड़े पड़े मिले हैं।
परिजनों ने पुलिस से गंभीरता से जांच करने की मांग की
विकास गौतम का कहना है कि यश और युवराज पहले एक ही स्कूल में पढ़ाई करते थे, लेकिन जब वह सेक्टर 84 में आ गए, तब से उनका बेटा दिल्ली स्कॉलर स्कूल में कक्षा 11वीं में पढ़ रहा था। विकास ने बताया कि युवराज भी 11वीं में सेक्टर-31 स्थित एसएमएस स्कूल में पढ़ाई करता था। उन्हें यह बात समझ नहीं आ रही कि ऐसी क्या वजह रही होगी कि दोनों दोस्तों की एक ही समस्या हो गई और दोनों ने आत्महत्या कर ली। वहीं पुलिस ने इसे आत्महत्या बता दिया है। विकास का आरोप है कि किसी ने दोनों बच्चों की हत्या कर उनके शव पेड़ से लटकाए हैं। परिजनों ने मांग करते हुए कहा कि पुलिस मामले की गंभीरता से जांच करे, ताकि उनके बच्चों की मौत के असली कारणों का पता चल सके।