सीआइए टू पुलिस टीम ने न्यू दीवान नगर में दुकान का शटर उखाड़कर करीब 15 लाख के मोबाइल चोरी करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया।
सीआईए टू प्रभारी इंस्पेक्टर नरेंद्र ने बताया कि उनकी टीम को सोमवार देर शाम गश्त व जांच पड़ताल के दौरान गुप्त सूचना मिली की संदिग्ध किस्म के दो युवक कच्चा कैंप बतरा कॉलोनी में स्कूल के पास किसी आपराधिक वारदात को अंजाम देने की फिराक में घूम रहे है। पुलिस टीम ने तुरंत मौके पर दबिश देकर दोनों युवकों को काबू कर पूछताछ की तो उन्होंने अपनी पहचान सचिन पुत्र ललन व भीमा पुत्र हलकु निवासी भगतपुर बेगुसराय बिहार हाल बतरा कॉलोनी के रूप में बताई। गहनता से पूछताछ करने पर आरोपियों ने बीती 23 जनवरी की रात पीपल मंडी में एक मोबाइल दुकान का शटर उखाड़कर 25 हजार रूपये कैश व काफी संख्या में मोबाइल फोन चोरी करने की वारदात को अंजाम देने बारे स्वीकारा। चोरी की वारदात बारे थाना पुराना औद्योगिक में रवि निवासी न्यू दिवान नगर की शिकायत पर मुकदमा दर्ज है।
चौकीदार ने दी थी उखड़े शटर की सूचना
थाना पुराना औद्योगिक में न्यू दिवान नगर निवासी रवि पुत्र सतीश ने शिकायत देकर बताया था कि पीपल मंडी में उसकी राघव एजेंसी के नाम से मोबाइल की दुकान है। 23 जनवरी की रात मार्केट के चौकीदार ने फोन कर बताया कि उसकी दुकान का शटर उखड़ा हुआ है। वो तुरंत दुकान पर पहुंचा। देखा दुकान का शटर उखड़ा हुआ था। सामना बिखरा पड़ा था। चेक करने पर 25 हजार रूपये व करीब 100 मोबाइल फोन नही मिले। अज्ञात चोर मोबाइल फोन व नगदी चोरी कर ले गए। उक्त मोबाइलों की कीमत करीब 15 लाख रूपये है। शिकायत पर थाना पुराना औद्योगिक में मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने आरोपियों की पहचान व धरपकड़ के प्रयास शुरू कर दिए थे।
शार्ट तरीके से मोटे पैसे कमाने का लालच
इंस्पेक्टर नरेंद्र ने बताया कि पूछताछ में दोनों आरोपियों ने पुलिस को बताया उन दोनों ने शार्टकट तरीके से मोटे पैसे कमाने के लिए चोरी की उक्त वारदात को अंजाम दिया। पूछताछ में खुलासा हुआ दोनों आरोपियों ने तीन-चार दिन दुकानों की रैकी करने के बाद मोबाइल दुकान में चोरी की वारदात को अंजाम दिया। दोनों आरोपियों ने दुकान से चोरी की नगदी खाने पीने में खर्च कर दी और की-पेड वाले करीब 22 मोबाइल फोन राह चलते अज्ञात युवकों को बेच दिए। पुलिस टीम ने आरोपियों के कब्जे से चोरीशुदा बचे 38 एंड्रॉइड मोबाइल फोन बरामद कर पूछताछ के बाद सोमवार को दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत जेल भेजा गया।