Ambala City की महावीर पार्क में मंगलवार दोपहर एक हृदयविदारक हादसे में दो किशोरी छात्राओं की तालाब में डूबने से मौत हो गई। हैरानी की बात यह रही कि जब दोनों लड़कियां तालाब में डूब रहीं थीं, तब आसपास मौजूद लोगों ने उन्हें बचाने की बजाय मोबाइल से वीडियो बनाना ज्यादा जरूरी समझा।
मृतकों की पहचान अंबाला की अंजलि (17) और पंजाब के बरनाला की जैसमीन (17) के रूप में हुई है। दोनों शहर में कंप्यूटर टैली कोर्स कर रही थीं। सुबह 9 से 11 बजे तक क्लास लेने के बाद दोनों महावीर पार्क घूमने चली गईं। दोपहर करीब 12 बजे तालाब में फिसलकर या खेलते हुए वे गिर पड़ीं और धीरे-धीरे डूबने लगीं।

घटना के समय तालाब के पास कई लोग मौजूद थे, लेकिन कोई उन्हें बचाने के लिए आगे नहीं आया। लोग मोबाइल निकालकर वीडियो बनाते रहे, जब तक एक युवक ने हिम्मत दिखाते हुए तालाब में छलांग लगाई। वह दोनों को बाहर तो निकाल लाया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। दोनों बेसुध थीं और जब अस्पताल पहुंचाया गया, डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
तालाब के पास अब भी उनके जूते पड़े हुए हैं, जो गवाही दे रहे हैं उस आखिरी पल की जब शायद दोनों बच्चियां सिर्फ फोटो या वीडियो बना रही थीं। एक आम दोपहर की सैर मौत का मंजर बन जाएगी, ये किसी ने नहीं सोचा था।
पुलिस ने महावीर पार्क को अस्थाई रूप से बंद कर दिया है और पूरे मामले की जांच की जा रही है। साथ ही ये सवाल उठ खड़ा हुआ है कि क्या पार्क जैसे सार्वजनिक स्थलों पर पर्याप्त सुरक्षा और निगरानी का इंतजाम है? और उससे भी बड़ा सवाल — क्या हमारी संवेदनशीलता अब सिर्फ कैमरे तक सिमट गई है?
इस घटना ने न केवल दो परिवारों की दुनिया उजाड़ दी, बल्कि समाज को भी एक आईना दिखा दिया — जिसमें भीड़ खड़ी तो है, लेकिन उसकी आंखों में संवेदना नहीं, सिर्फ एक रील बनाने की जल्दबाजी है।