हरियाणा के रेवाड़ी के जैसलमेर हाईवे पर गांव माजरा बनने वाले एम्स की साइट पर गुरुवार को केंद्रीय मंत्री और इलाके के सांसद राव इंद्रजीत सिंह निरीक्षण करने पहुंचे। यहां पर बनने वाले अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान का अगले महीने शिल्यानास होने की संभावना जताई जा रही है। इस दौरान राव इंद्रजीत ने एम्स के लिए जमीन देने वाले किसानों से भी मुलाकात की। एम्स को बनाने का टेंडर जिस एलएनटी कंपनी को मिला है उस कंपनी के कारीगरों और अधिकारियों से भी राव इंद्रजीत ने बातचीत की। अधिकारियो द्वारा केंद्रीय मंत्री को एम्स का नक्शा भी दिखाया गया।
केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि बहुत जल्द ही एम्स का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा और इसका शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कराया जाएगा। बता दें कि 27 दिन पहले ही रेवाड़ी के गांव माजरा में बनने वाले एम्स का फाइनल टेंडर एलएनटी कंपनी को मिला था। इससे पहले तकनीकि खामियों के चलते अक्टूबर में हुए टेंडर को कैंसिल कर दिया गया था। हालांकि दोबारा से टेंडर होने पर एम्स के जल्द ही शिलान्यास की संभावना फरवरी में जताई जा रही है।
1,231 करोड़ की लागत में होगा एम्स का निर्माण
एम्स निर्माण पर करीब 1,231 करोड़ रुपए की लागत आएगी। 22 महीने के अंदर एजेंसी को काम पूरा करना होगा। एम्स बनाने की घोषणा 2015 में हुई थी। रेवाड़ी के कस्बा बावल में जुलाई 2015 में आयोजित रैली के दौरान हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मनेठी गांव में एम्स बनाने की घोषणा की थी। इसके लिए मनेठी की पंचायत की तरफ से 210 एकड़ से ज्यादा जमीन दी गई। कई साल ये घोषणा फाइलों में ही अटकी रही। करीब 1 साल तक मनेठी के ग्रामीणों ने एम्स के लिए संघर्ष किया।
2019 में वन सलाहाकार समिति ने एम्स बनाने पर लगाई थी आपत्ति
उसके बाद 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार ने अंतरिम बजट में मनेठी में एम्स बनाने की घोषणा की थी, लेकिन इसी बीच वन सलाहकार समिति की तरफ से मनेठी की जमीन को वन क्षेत्र बताते हुए उस पर आपत्ति लगा दी गई। विभाग की आपत्ति के चलते इस जमीन को निरस्त कर दिया गया। इसके बाद साथ लगते माजरा गांव के ग्रामीणों ने एम्स के लिए जमीन की पेशकश की। सरकार ने पंचायती जमीन के साथ ही गांव के किसानों की जमीन का अधिग्रहण भी किया। 210 एकड़ जमीन मिल चुकी है। लेकिन कई माह से मामला टेंडर के चलते अटका हुआ था।
750 बिस्तरों का अस्पताल होगा एम्स
हालांकि, अब एम्स के निर्माण को लेकर टेंडर भी फाइनल हो चुका है। ऐसे में एम्स की राह में नजर आ रही रुकावटें दूर हो चुकी हैं। अब सिर्फ शिलान्यास की तारीख का इंतजार किया जा रहा है। रेवाड़ी में एम्स के बनने के बाद यहां के लोगों को खासकर रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, भिवानी, रोहतक, झज्जर, मेवात, पलवल व फरीदाबाद समेत राजस्थान के अलवर आदि जिलों को भी इसका फायदा मिलेगा। एम्स में प्रत्यक्ष रूप से करीब 3000 और अप्रत्यक्ष रूप से करीब 10 हजार लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत हरियाणा को केंद्र सरकार की ओर से सौगात मिलेगी। एम्स 750 बिस्तरों का अस्पताल होगा।