● 90 दिन तक मोबाइल नंबर इनएक्टिव रहने पर यूपीआई आईडी बंद हो सकती है
● बैंक हर हफ्ते मोबाइल नंबर अपडेट करेंगे, गलत ट्रांजैक्शन से बचाव होगा
● कलेक्ट पेमेंट फीचर केवल वेरिफाइड व्यापारियों के लिए रहेगा, लिमिट 2000 रुपये
UPI New Rules 2024: नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने यूपीआई लेनदेन को अधिक सुरक्षित और प्रभावी बनाने के लिए नए नियम जारी किए हैं, जो 1 अप्रैल 2025 से लागू होंगे। नए नियमों के तहत, अगर कोई मोबाइल नंबर 90 दिनों तक इनएक्टिव रहता है, तो टेलीकॉम कंपनियां उसे किसी अन्य यूजर को आवंटित कर सकती हैं। इसका सीधा असर यूपीआई ट्रांजैक्शन पर पड़ेगा, क्योंकि अगर आपका मोबाइल नंबर बंद हो गया, तो आपकी यूपीआई आईडी भी निष्क्रिय हो जाएगी।
बैंकों को हर हफ्ते अपडेट करना होगा डेटा
NPCI ने बैंकों और यूपीआई ऐप्स को निर्देश दिया है कि वे ग्राहकों के मोबाइल नंबर को हर हफ्ते कम से कम एक बार जांचें और अपडेट करें। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि पुराने या बदले गए मोबाइल नंबरों के कारण किसी अन्य व्यक्ति के खाते में गलती से पैसे ट्रांसफर न हो जाएं।
यूपीआई यूजर्स के लिए जरूरी निर्देश
अगर आप यूपीआई का इस्तेमाल जारी रखना चाहते हैं, तो इन बातों का ध्यान रखना जरूरी है:
✔ बैंक में अपना मोबाइल नंबर अपडेट रखें, ताकि यूपीआई सेवाएं बाधित न हों।
✔ अगर हाल ही में नंबर बदला है, तो तुरंत बैंक में नया नंबर रजिस्टर कराएं।
✔ बैंक से रजिस्टर्ड नंबर का लगातार उपयोग करें, ताकि वह निष्क्रिय न हो।
कलेक्ट पेमेंट फीचर होगा सीमित
NPCI ने यूपीआई में धोखाधड़ी को रोकने के लिए कलेक्ट पेमेंट (Collect Payment) फीचर को हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अब यह सुविधा सिर्फ बड़े और वेरिफाइड व्यापारियों तक सीमित रहेगी। व्यक्तिगत लेनदेन के लिए इस फीचर की सीमा 2000 रुपये कर दी गई है।