हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र के आखिरी दिन सहकारिता विभाग में हुए एक घोटाले के मुद्दे पर चर्चा हुई। जिसमें इंडियन नेशनल लोक दल विधायक अभय चौटाला ने मंत्री बनवारी लाल को जवाब जानने की अपील की। वहीं बनवारी लाल ने उत्तर देते हुए कहा कि मामले का ऑडिट करवा रहे हैं और सरकार ने लंबे समय से नहीं चेक किया। उन्होंने कहा कि उन्हें जानना चाहिए कि ऐसा क्यों हुआ है कि सहकारिता विभाग में इतनी देर से कोई ऑडिट नहीं हुआ।
बता दें कि सहकारिता विभाग में हुए घोटाले के मुद्दे में आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई है और सरकार उन्हें क्यों बचा रही है, इस पर भी चर्चा हो रही है। जिन लोगों के नाम घोटाले में सामने आए हैं, उन पर कार्रवाई की जानकारी चाहिए। सरकार ने 1990 से ऑडिट के आदेश जारी किए हैं, जो कि इस मामले को जांचने के लिए हैं।
इसके अलावा विधानसभा में कई और महत्वपूर्ण मुद्दे भी उठाए गए हैं। सीएम ने यमुना जल समझौते के बारे में जानकारी दी, जिसमें राजस्थान के साथ हुई समझौते की विवरण शामिल है। मुख्यमंत्री ने बताया कि पानी की आपूर्ति के लिए अलग-अलग वक्त पर समझौते हुए हैं। वहीं यमुना जल को लेकर भी चर्चा की जा रही हैं।
सरकार के कदमों पर रखी जा रही नजर
साथ ही विधानसभा में सड़क विकास के मुद्दे पर भी चर्चा हुई। डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने बताया कि हरियाणा में सड़क कनेक्टिविटी काफी अच्छी है और जिसमें सुधार के लिए कई प्रोजेक्ट्स चल रहे हैं। उन्होंने हिसार-महेंद्रगढ़-तावडू को सड़क से जोड़ने की योजना की घोषणा की। यमुना जल समझौते के मुद्दे में भी उठाया गया। जिसके सम्बंध में विपक्षी विधायक रघुवीर कादियान ने सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि पहले भी 1994 में एक समझौता हुआ था और उन्होंने सरकार को मुद्दे पर सवाल उठाने के लिए कहा। सरकार के कदमों पर नजर रखी जा रही है।