संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा सिविल सेवा परीक्षा 2024 का फाइनल परिणाम जारी कर दिया गया है। इस बार Haryana की हर्षिता गोयल ने ऑल इंडिया रैंक 2 हासिल कर पूरे राज्य और देश को गौरवान्वित किया है। हर्षिता की यह सफलता केवल एक शैक्षणिक उपलब्धि नहीं, बल्कि समर्पण, समाज सेवा और उद्देश्यपूर्ण जीवन के प्रति उनके दृष्टिकोण का प्रतीक है।
CA की डिग्री छोड़ी, देश सेवा का चुना रास्ता
हर्षिता गोयल एक चार्टर्ड अकाउंटेंट रह चुकी हैं। उन्होंने कॉर्पोरेट करियर के बजाए सिविल सेवाओं को चुना, क्योंकि उनका सपना था समाज में सकारात्मक बदलाव लाना। यह निर्णय न सिर्फ साहसिक था बल्कि प्रेरणादायक भी, जो आज हजारों युवाओं के लिए मिसाल बन गया है।
हरियाणा से जन्म, वडोदरा में शिक्षा
हर्षिता का जन्म हरियाणा में हुआ और उनकी प्रारंभिक शिक्षा गुजरात के वडोदरा में हुई। पढ़ाई के दौरान ही उनमें समाज सेवा के प्रति रुझान जागा। पढ़ाई के साथ-साथ वह सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय रहीं।
NGO में किया स्वैच्छिक कार्य, थैलेसीमिया और कैंसर पीड़ित बच्चों के लिए काम
हर्षिता ने ‘Belief Foundation’ नामक एक गैर-सरकारी संस्था के साथ मिलकर थैलेसीमिया और कैंसर से जूझ रहे बच्चों की मदद की। उनका मानना है कि, “अगर आप समाज में बदलाव लाना चाहते हैं, तो सबसे पहले सेवा की भावना होनी चाहिए।”
UPSC इंटरव्यू में झलका दृष्टिकोण और आत्मविश्वास
उनकी रैंकिंग यह दर्शाती है कि केवल किताबें ही नहीं, बल्कि व्यक्तित्व, सोच और दृष्टिकोण भी परीक्षा की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। हर्षिता ने साक्षात्कार में अपने अनुभवों को आत्मविश्वास के साथ साझा किया और समाज के प्रति अपने दृष्टिकोण को स्पष्ट किया।
UPSC 2025: शीर्ष 3 में महिलाओं की शानदार मौजूदगी
इस बार के UPSC परिणाम में शक्ति दुबे (AIR 1) और डोंगरे अर्चित पराग (AIR 3) के साथ हर्षिता की रैंकिंग ने महिलाओं की मजबूत उपस्थिति को रेखांकित किया है। कुल 1009 उम्मीदवारों का चयन विभिन्न सेवाओं के लिए हुआ है, जिसमें IAS, IPS, IFS सहित अन्य केंद्रीय सेवाएं शामिल हैं।
“विकसित भारत की कल्पना तभी साकार होगी जब हर वर्ग को समान अवसर मिलेगा” – हर्षिता गोयल
हर्षिता गोयल की सफलता उस सोच की जीत है जो कहती है कि “जुनून और समर्पण से कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं।” चार्टर्ड अकाउंटेंसी जैसे सफल करियर को छोड़ सिविल सेवाओं की ओर बढ़ना, यह निर्णय हर युवा को प्रेरणा देने वाला है।
🏆 UPSC Topper 2025 Top 10 List:
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने सिविल सेवा परीक्षा 2024 का फाइनल रिजल्ट जारी कर दिया है। इस साल 5.8 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने परीक्षा दी थी, जिनमें से 1009 अभ्यर्थियों को विभिन्न केंद्रीय सेवाओं में नियुक्ति के लिए चुना गया है। टॉपर्स की लिस्ट में इस बार भी महिलाओं का दबदबा देखने को मिला है। टॉप 5 में तीन महिला उम्मीदवारों ने जगह बनाई है।
🔝 UPSC टॉपर्स 2025: जानिए टॉप 10 रैंक होल्डर्स के बारे में
रैंक | नाम | राज्य | बैकग्राउंड |
---|---|---|---|
1️⃣ | शक्ति दुबे | प्रयागराज, यूपी | बायोकेमिस्ट्री ग्रैजुएट, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी |
2️⃣ | हर्षिता गोयल | हरियाणा/गुजरात | चार्टर्ड अकाउंटेंट, समाज सेवा में सक्रिय |
3️⃣ | अर्चित पराग डोंगरे | महाराष्ट्र | VIT वेल्लोर से इंजीनियरिंग, फिलॉसफी ऑप्शनल |
4️⃣ | मार्गी चिराग शाह | गुजरात | कंप्यूटर इंजीनियरिंग, समाजशास्त्र ऑप्शनल |
5️⃣ | आकाश गर्ग | दिल्ली | कंप्यूटर साइंस इंजीनियर, समाजशास्त्र ऑप्शनल |
7️⃣ | आयुषी बंसल | मध्य प्रदेश | मैकेंजी कंपनी में एक्सपर्ट, तीसरा प्रयास |
8️⃣ | राज कृष्ण झा | बिहार | NIT स्नातक, HPCL कर्मचारी |
🔟 | मयंक त्रिपाठी | यूपी, कन्नौज | DSP (UP PCS), दूसरा प्रयास |
👩🎓 महिलाओं का जलवा
इस बार टॉप 10 में 4 महिलाएं और टॉप 25 में 11 महिला उम्मीदवारों ने जगह बनाई है, जो महिला सशक्तिकरण का मजबूत संदेश देता है।
📚 टॉपर्स की शैक्षणिक पृष्ठभूमि
UPSC ने बताया कि टॉपर्स ने IIT, NIT, VIT, JNU, DU और इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है। इनमें इंजीनियरिंग, ह्यूमेनिटीज, साइंस, कॉमर्स, आर्किटेक्चर और मेडिकल साइंस जैसे विविध विषय शामिल हैं।
🔢 वर्गवार चयनित उम्मीदवारों की संख्या
- जनरल: 335
- OBC: 318
- SC: 160
- ST: 87
- EWS: 109
📝 UPSC CSE 2024-25 की परीक्षा प्रक्रिया
- प्रारंभिक परीक्षा: 16 जून 2024
- मुख्य परीक्षा: 20 से 29 सितंबर 2024
- इंटरव्यू/व्यक्तित्व परीक्षण: जनवरी से अप्रैल 2025
- फाइनल रिजल्ट: 22 अप्रैल 2025
🔍 UPSC 2025 में चयन प्रक्रिया
- कुल आवेदन: 9,92,599
- परीक्षा में बैठे: 5,83,213
- मेन्स के लिए चुने गए: 14,627
- इंटरव्यू के लिए शॉर्टलिस्ट: 2,845
- फाइनल चयन: 1,009 उम्मीदवार (725 पुरुष, 284 महिलाएं)
🌟 UPSC टॉपर्स की प्रेरणादायक कहानियां
- शक्ति दुबे ने पॉलिटिकल साइंस और इंटरनेशनल रिलेशंस को ऑप्शनल विषय के रूप में चुना और पहले ही प्रयास में बाज़ी मारी।
- हर्षिता गोयल ने CA की नौकरी छोड़कर समाज सेवा के लिए UPSC का रुख किया और रैंक 2 पर पहुंचीं।
- आयुषी बंसल ने पिता को 10 साल की उम्र में खोया, मैकेंजी जैसी बड़ी कंपनी छोड़ी और तीसरे प्रयास में UPSC टॉप 10 में पहुंचीं।