हरियाणा के जिला रोहतक के गांव कारोर में गैंगवार के चलते दीपावली के दिन हुई हत्या के मामले में ग्रामीणों में रोष है। जिसके चलते गांव कारोर के सरपंच महिपाल और ग्रामीण पहले पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पहुंचे और पुलिस से गांव में स्थाई पुलिस चौकी, मृतक के परिवार को सुरक्षा तथा आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की है, लेकिन आश्वासन नहीं मिलने के चलते ग्रामीणों ने नेशनल हाईवे नंबर 9 को खरावड़ बाईपास स्थित हनुमान मंदिर के सामने जाम कर दिया।
जाम की सूचना मिलने के बाद भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचा और डीएसपी राकेश मलिक ने ग्रामीणों को समझने का प्रयास किया। लेकिन ग्रामीण किसी भी कीमत पर मानने को तैयार नहीं हुए। आखिर आधे घंटे के जाम के बाद ग्रामीणों और पुलिस प्रशासन में इस बात पर सहमति बनी कि 24 घंटे के अंदर गांव में स्थाई पुलिस चौकी, पीड़ित पक्ष के परिवार की सुरक्षा और आरोपियों की गिरफ्तारी जाएगी। इसके बाद ग्रामीणों ने जाम खोल दिया।
इस दौरान ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर इस दौरान यह सभी डिमांड पूरी नहीं हुई तो वह ना तो शव का अंतिम संस्कार करेंगे और फिर से रोड जाम कर देंगे। गौरतलब है कि दीपावली के दिन गांव कारोर में गैंगवार के चलते मोहित नाम के एक शख्स की बाइक सवारों ने गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या का आरोप कारोर गांव के छाजू गैंग पर लगा है। अभी तक गैंगवार के चलते कारोर गांव में लगभग दो दर्जन हत्याएं हो चुकी हैं।
एक दर्जन गोलियों के खोल हुए थे बरामद
उधर त्योहार पर दिनदहाड़े गोलियां चलने की सूचना मिलते ही रोहतक पुलिस के आला अधिकारी तुरंत कारोर गांव पहुंच गए। गांव के जिस एरिया में यह घटना हुई, वहां की गलियां काफी पतली हैं। पुलिस को घटनास्थल से तकरीबन एक दर्जन गोलियों के खोल बरामद हुए। पुलिस इन्वेस्टिगेशन के दौरान पता चला कि मोहित को कई बार धमकियां मिल चुकी थी। उस पर पहले भी इसी तरह हमला करने की कोशिश की गई थी।
करीब 8 युवकों ने पहुंचते ही की थी अंधाधुंध फायरिंग
कारोर गांव में रहने वाले नीरज और विकास उर्फ बग्गा ने बताया कि रविवार को वह गांव में अपने चाचा मोहित के साथ थे। उसी समय तकरीबन 8 युवक वहां पहुंचे। ये युवक हथियारबंद थे और मोहित के सामने पहुंचते ही उन्होंने अंधाधुंध फायरिंग करनी शुरू कर दी। गोलियां चलते ही वहां मौजूदा दो लोग भाग खड़े हुए। मोहित ने भी भागना चाहा मगर बदमाश उसका पीछा करते हुए गोलियां मारते चले गए।
नीरज ने बताया कि गोलियां लगने के बाद जब मोहित गली में गिर गया तो सभी युवक वहां से चले गए। हालांकि कुछ देर बाद ही वो वापस लौटे और यह चेक करने लगे कि मोहित मर गया है या जिंदा है। जब उन्हें तसल्ली हो गई कि मोहित मर चुका है तो सभी युवक अपने हथियार लहराते हुए वहां से निकल गए।
फॉरेसिंक जांच के लिए भिजवाएं गोलियों के खोल
रोहतक के डीएसपी राकेश कुमार के अनुसार रविवार दोपहर को कंट्रोल रूम में सूचना मिली कि कारोर गांव में रहने वाले मोहित नामक शख्स की कुछ लोगों ने गोलियां मारकर हत्या कर दी। सूचना मिलते ही पुलिस की टीम तुरंत गांव पहुंची।
पुलिस की प्राइमरी इन्वेस्टिगेशन के अनुसार, इस घटना में बदमाशों ने 18 से 20 राउंड फायर किए। बचने के लिए गली में भाग रहे मोहित को करीब 12 गोलियां लगी। जिसकी वजह से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। गली में कई जगह गोलियों के खाली खोल बिखरे हुए मिले। पुलिस ने इन्हें फॉरेसिंक जांच के लिए भिजवा दिया है।
छिप्पी और छाजू गैंग की रंजिश का है नतीजा
पुलिस के अनुसार, यह हत्या अनिल छिप्पी और छाजू गैंग के बीच चल रही रंजिश का नतीजा है। मारे गए मोहित के खिलाफ पहले से केस दर्ज है। घटना के बाद गांव में पुलिस की एक टीम तैनात कर दी गई।