Haryana में मौसम एक बार फिर से करवट लेने वाला है। मौसम विभाग ने 31 जनवरी से लेकर 3 फरवरी तक प्रदेश में बारिश का अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही आज सुबह प्रदेश के 6 जिलों में घनी धुंध छा गई, जिससे विजिबिलिटी 20 मीटर तक गिर गई। ये जिले हैं—करनाल, पानीपत, सोनीपत, कैथल, जींद और झज्जर। मौसम विभाग के अनुसार, 18 जनवरी को एक पश्चिम विक्षोभ पहाड़ों की तरफ एक्टिव हुआ था, जिसके बाद प्रदेश में धुंध छंट गई थी।
धुंध की वजह से तापमान में गिरावट
धुंध के कारण तापमान में भी गिरावट आई है, जिससे किसानों में राहत की लहर है। बढ़ते तापमान के कारण गेहूं और सरसों की फसल पर बुरा असर पड़ने लगा था। फिलहाल रात का तापमान सामान्य से 2.2 डिग्री कम है, जबकि पिछले 24 घंटे में इसमें 0.4 डिग्री की वृद्धि हुई है। दिन के तापमान में 1.2 डिग्री की कमी आई है, हालांकि यह अभी भी सामान्य से 2.5 डिग्री अधिक है।
तापमान बढ़ने से गेहूं और सरसों की फसल पर असर
कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक, बढ़ते तापमान के कारण गेहूं की बालियां समय से पहले सुनहरी होने लगी थीं और फसल की वृद्धि में कमी आई थी। इसके साथ ही सरसों में व्हाइट रस्ट (सफेद रतुआ) और तना गलन रोग की संभावना बढ़ गई थी। सफेद रतुआ के शुरुआती लक्षणों में पत्तों के नीचे सफेद बबल बनते हैं, और फूलों की जगह गांठें बन जाती हैं। वहीं, तना गलन में सरसों के तने गल जाते हैं, जिससे फसल पर गंभीर असर पड़ता है।