हरियाणा में मौसम विभाग ने 3 से 5 फरवरी तक मौसम खराब रहने की आशंका जताई थी। जिसके चलते कई इलाकों में रुक-रुक कर बारिश हुई है। मौसम विभाग ने इसी को देखते हुए आज भी 22 जिलों में ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है। बारिश के साश-साथ 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ठड़ी हवाएं चलने की संभावना जताई है। वहीं मौसम विभाग के अनुसार आज पूरे दिन बादल छाए रहेंगे। बीच-बीच में हल्की बूंदाबांदी होने की भी संभावना है। आज अधिकतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। इसी प्रकार कल मंगलवार को कुछ इलाकों में हल्की बारिश और बादल छाने की संभावना रहेगी।
इस प्रकार रहेगा अगले 5 दिन तक तापमान
अगले 5 दिन अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी देखी जाएगी। वहीं, न्यूनतम तापमान में गिरावट आएगी। आज अधिकतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस रहेगा। कल अधिकतम 19 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 7 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। 7 फरवरी को तापमान में कोई बदलाव नहीं आएगा। 8 फरवरी को अधिकतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस ही रहेगा, लेकिन न्यूनतम तापमान 1 डिग्री सेल्सियस गिरकर 6 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। 9 फरवरी को अधिकतम तापमान 1 डिग्री सेल्सियस बढ़कर 20 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान बिना किसी बदलाव के 6 डिग्री सेल्सियस रह सकता है।
फरवरी में 5 साल बाद सर्वाधिक बारिश
इस बार फरवरी के चार दिनों में 33.7 एमएम बारिश हो चुकी है, जो कि बीते 5 साल में सबसे ज्यादा है। इससे पहले वर्ष 2019 में फरवरी के पूरे महीने में 47.5 एमएम बारिश हुई थी। 1 जनवरी से लेकर अब तक कुल 34.7 एमएम बारिश हो चुकी है। पिछले दो दिनों में देखें तो कल सुबह 8:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक 7 एमएम बारिश हुई थी। शनिवार दिन में 0.4 एमएम और शनिवार रविवार रात में 2.8 एमएम बारिश दर्ज की गई थी। चंडीगढ़ के शहीद भगत सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर बारिश के कारण उड़ानों पर फर्क पड़ रहा है। रविवार को बारिश की वजह से 15 उड़ान प्रभावित रही। सुबह से बूंदाबांदी और मौसम के खराब होने से उड़ान देरी से उड़ पाई और कुछ उड़ाने एयरपोर्ट पर देरी से पहुंची। देरी से आने और जाने वाली उड़ानों में मुंबई, लखनऊ, गोवा, दिल्ली, बेंगलुरु, चेन्नई और जयपुर की फ्लाइट शामिल रहीं।
फसलों को बारिश से लाभ
हरियाणा में कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि इस बारिश या ठंड से फसलों को लाभ होगा। सरसों व गेहूं की फसल को लाभ मिलेगा, क्योंकि पिछले 2 माह में बारिश नहीं हुई है। जनवरी पूरी तरह से सूखा रहा है। अब ओलावृष्टि की कोई संभावना नहीं है, इसलिए सब्जी और सरसों की फसल को नुकसान नहीं होगा। जनवरी में अब से पहले 2016 में प्रदेश में सामान्य से 99 % कम बरसात हुई थी। 2006 में 2.4 एमएम, 2007 में 0.5 एमएम, 2008 में 2.2 और 2009 में 3.9 और 2011 में 0.8 एमएम बरसात हुई थी।

