Why did Anil Vij get angry

Haryana Politics : विधायक दल की बैठक में क्यों नाराज हुए Anil Vij? शपथ ग्रहण समारोह में भी नहीं पहुंचे पूर्व गृह मंत्री, अब कैसे दूर होगी गब्बर की नाराजगी?

अंबाला पंचकुला बड़ी ख़बर राजनीति हरियाणा

Haryana Politics : लोकसभा चुनाव से पहले हरियाणा सरकार में बड़ा उलटफेर हुआ है। प्रदेश में भाजपा-जजपा का गठबंधन मंगलवार को टूट चुका है। ऐसे में मनोहर लाल खट्टर ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया। अब हरियाणा के भाजपा प्रदेशाध्यक्ष नायब सिंह सैनी को नया मुख्यमंत्री चुना गया है। इतना ही नहीं, उन्होंने मंगलवार शाम को मंत्रियों सहित मुख्यमंत्री पद की शपथ भी ले ली है। अब नई सरकार ने बुधवार 13 मार्च को सुबह 11 बजे विधानसभा का सेशन बुलाया है। इसमें नई सरकार को फ्लोर टेस्ट देना होगा।

गौरतलब है कि हरियाणा के पूर्व गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज मंगलवार को चंडीगढ़ में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में भी नहीं पहुंचे। कयास लगाए जा रहे हैं कि वह नायब सैनी को विधायक दल का नेता चुने जाने पर नाराज हो गए हैं। ऐसे में अनिल विज चंडीगढ़ में चल रही विधायक दल की बैठक को छोड़कर चले गए थे। बता दें कि इस दौरान अनिल विज ने सरकारी गाड़ी को भी वहीं छोड़ दिया था।

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इसके बाद वह निजी कार में सवार होकर रवाना हो गए थे। इस दौरान वह पत्रकारों के सवालों से भी बचते नजर आए थे। इसके बाद पूर्व गृह मंत्री अनिल विज की कोई बयानबाजी सामने नहीं आई है। माना जा रहा है कि वह नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बनाए जाने से नाराज दिख रहे हैं। जिसके चलते वह शपथ ग्रहण समारोह में भी नहीं पहुंचे।

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हरियाणा की नई सरकार ने बुलाया विधानसभा का सेशन, देना होगा फ्लोर टेस्ट

बता दें कि भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष एवं कुरुक्षेत्र से सांसद नायब सिंह सैनी ने मंगलवार शाम करीब 5:20 बजे चंडीगढ़ स्थित राजभवन में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इसके बाद कंवरपाल, मूलचंद शर्मा, रणजीत सिंह चौटाला, जयप्रकाश दलाल और डॉ. बनवारी लाल ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। यह पांचों मंत्री पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्‌टर सरकार की कैबिनेट में भी शामिल थे।

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नए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के अनुसार राज्यपाल को 48 विधायकों के समर्थन का पत्र सौंपा गया है। जिसके बाद मंगलवार शाम नायब सैनी ने मुख्यमंत्री पद और 5 कैबिनेट मंत्रियों ने पद की शपथ ली। वहीं बताया जा रहा है कि अब नई सरकार ने शपथ लेने के एक दिन बाद ही विधानसभा का सेशन बुला लिया है। कयास लगाए जा रहे हैं कि इसमें हरियाणा की नई सरकार को फ्लोर टेस्ट देना होगा।

इस बार बड़ी जिम्मेदारी पर खरा उतरने का वादा, 28 साल का अनुभव

मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद नायब सैनी ने कहा कि उन्हें पार्टी ने जो जिम्मेदारी दी है, वह उस पर 100 फीसदी खरा उतरेंगे। उन्होंने कहा कि इस बार उन्हें बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। वह उसे बखूबी निभाएंगे। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रदेश की सभी 10 सीटों पर जीत दर्ज करवाएगी।

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बता दें कि प्रदेश के नए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी पूर्व सीएम मनोहर लाल के करीबी हैं। 27 अक्तूबर 2023 को ही उन्हें हरियाणा भाजपा का प्रदेशाध्यक्ष नियुक्त किया गया था। बताया जा रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने स्वयं नायब सैनी के लिए पैरवी की थी। बता दें कि नायब सिंह सैनी को संगठन में काम करने का 28 साल अनुभव है। वह जिला महामंत्री पद से लेकर मुख्यमंत्री पद तक पहुंचे हैं।

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