नारनौल में शहीद लांस नायक खुशीराम की विधवा प्रेम देवी से मारपीट, गांव में रोष
1997 में ऑपरेशन राइनो में ULFA से लड़े थे शहीद, नहीं लुटने दिए थे सेना के हथियार
गांव की पंचायत ने आरोपियों का सामाजिक बहिष्कार किया, पत्नी गुरुग्राम में भर्ती
Narnaul assault case: हरियाणा के नारनौल जिले के गांव दोस्तपुर में तीन दिन पहले शहीद लांस नायक खुशीराम यादव की पत्नी प्रेम देवी पर कुछ युवकों ने घर में घुसकर हमला कर दिया। प्रेम देवी इस वक्त गुरुग्राम के अस्पताल में भर्ती हैं। 13 अप्रैल को हुई इस घटना का CCTV फुटेज भी सामने आया है, जिसमें साफ दिख रहा है कि हमलावरों ने प्रेम देवी को कमरे से घसीटकर बाहर लाया और लाठी-डंडों से बुरी तरह पीटा।
हमलावरों के खिलाफ गांव में पंचायत हुई जिसमें उन्हें सामाजिक रूप से बहिष्कृत कर दिया गया है। कोई भी ग्रामीण अब उनके किसी कार्यक्रम में शामिल नहीं होगा और न उन्हें आमंत्रित करेगा। शहीद खुशीराम यादव 1997 में असम में ‘ऑपरेशन राइनो’ के दौरान ULFA उग्रवादियों से लोहा लेते हुए वीरगति को प्राप्त हुए थे। 18 साल की उम्र में सेना में भर्ती हुए खुशीराम ने 12 वर्षों की सेवा में लांस नायक का पद प्राप्त किया। 16 जून 1997 को डिब्रूगढ़ से शिवसागर की ओर जा रहे गश्ती दल पर IED से हमला हुआ जिसमें खुशीराम और उनके चार साथी शहीद हो गए थे, लेकिन उन्होंने अंतिम सांस तक मुकाबला करते हुए सेना के हथियारों को उग्रवादियों के हाथ नहीं लगने दिया।
शहीद का बेटा कृष्ण कुमार भी सेना में है और उसने दैनिक भास्कर से बातचीत में कहा कि उनके पिता निडर और अनुशासित सैनिक थे, जिन्होंने देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया। मारपीट की घटना के पीछे पारिवारिक रंजिश का मामला है। शहीद के भाई और भतीजे पर हत्या का मुकदमा चल रहा है, जिसे लेकर पीड़ित पक्ष पर दबाव बनाया जा रहा था। हमले के बाद गांव में आक्रोश फैल गया और पुलिस से आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की गई।