हरियाणा में विधानसभा का शीतकालीन सत्र 13 नवंबर से शुरू होगा। इस सत्र में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है। विपक्षी दल सरकार को घेरने की तैयारी में हैं। वहीं सरकार भी अपने पक्ष को मजबूती से रखने के लिए तैयार है। इस सत्र में कुछ विधेयक भी पारित हो सकते हैं। इस सत्र के दौरान विधायक अपने क्षेत्र की समस्याएं और प्रस्ताव भी रखेंगे। विधानसभा का शीतकालीन सत्र 13, 14 और 17 नवंबर को तीन दिन तक चलने की संभावना है।
14 नवंबर को वीरवार और 17 नवंबर को सोमवार है। विधानसभा सत्र की तारीख घोषित होने के बाद अब कांग्रेस भी जल्दी ही विधायक दल का नेता घोषित कर सकती है। कांग्रेस विधायक दल की बैठक में कांग्रेस नेतृत्व को यह अधिकार सौंपा गया था कि वह अपने स्तर पर विधायक दल के नेता का नाम घोषित करे।
कांग्रेस विधायक दल का नेता ही हरियाणा विधानसभा में विपक्ष का नेता होगा। विधानसभा में विपक्षी विधायकों में कांग्रेस के 37 विधायक हैं। तीन विधायक निर्दलीय चुनाव जीते हैं और तीनों ने पहले दिन ही भाजपा सरकार को अपना समर्थन दे दिया था।
विधानसभा सत्र के पूरी तरह से हंगामेदार होने के आसार हैं। प्रोटेम स्पीकर ने जिस दिन एक दिवसीय़ विशेष सत्र के दौरान विधायकों को विधानसभा की सदस्यता की शपथ दिलाई, उसी दिन सत्ता पक्ष और विपक्ष में जमकर भिडंत हुई थी।