Haryana विधानसभा का शीतकालीन सत्र 13 नवंबर से आरंभ होगा। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने इसे लेकर राज्यपाल को पत्र लिखा था। इससे पहले 25 अक्टूबर को एक दिवसीय सत्र आयोजित किया गया था, जिसमें सभी विधायकों को शपथ दिलाई गई और विधानसभा के स्पीकर हरविंद्र कल्याण और डिप्टी स्पीकर कृष्ण मिड्ढा का चयन किया गया था।
विधानसभा सचिवालय ने सभी विधायकों को आगामी सत्र की सूचना भेज दी है। इस सत्र में कुछ नए विधेयक भी पारित किए जा सकते हैं। इसके अलावा विधायक अपने-अपने क्षेत्र के एजेंडे पर चर्चा करेंगे, जिसकी तैयारी विधायकों ने शुरू कर दी है।
कांग्रेस में नेता प्रतिपक्ष का चयन अधूरा
कांग्रेस पार्टी अब तक विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का चयन नहीं कर पाई है। 13 नवंबर तक यह निर्णय न होने पर यह पहली बार होगा कि सदन की मुख्य कार्यवाही बिना नेता प्रतिपक्ष के होगी। कांग्रेस में नेता प्रतिपक्ष का नाम तय न हो पाने का कारण गुटबाजी को माना जा रहा है। 8 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव परिणामों के बाद से कांग्रेस इस पर निर्णय नहीं ले पाई है, जो पिछले 20 वर्षों में पहला ऐसा अवसर है।
कांग्रेस हाईकमान ने नेता प्रतिपक्ष चुनने के लिए 18 अक्टूबर को 4 पर्यवेक्षक भेजे थे, लेकिन निर्णय को हाईकमान पर छोड़ दिया गया। कांग्रेस के भूपेंद्र सिंह हुड्डा को पुनः नेता प्रतिपक्ष बनाने का विरोध हो रहा है, जबकि उनके समर्थन में दिल्ली में 31 विधायकों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर समर्थन दिखाया है।
हुड्डा का विरोध होने पर झज्जर की विधायक गीता भुक्कल और थानेसर के अशोक अरोड़ा का नाम उनके गुट से चर्चा में है, जबकि सैलजा गुट से पंचकूला के विधायक चंद्रमोहन बिश्नोई का नाम आगे किया जा रहा है।







