यमुनानगर के खेड़ी लक्खा गांव में धर्म बदलकर भीख मांग रहे तीन लोगों को बजरंग सेना के लोगों ने पकड़ा। शिकायकर्ता का कहना है कि ये लोग नंदी को पहले मार रहे थे हमें शक हुआ तो इनसे सख्ती से पूछताछ के बाद सच्चाई सामने आई।

यमुनानगर के खेड़ी लक्खा गांव से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। तीन लोग बहरूपिया बनकर आसपास के गांवों में पिछले 20 साल से भीख मांग रहे थे लेकिन आज उनकी पोल खुल गई। शनिवार को खेडी लक्खा गांव में नंदी को साथ लेकर तीन लोग घर-घर जाकर भीख मांग रहे थे। जैसे ही बजरंग सेना के लोग वहां से गुजर रहे थे तो ये नंदी को पीट रहे थे जब उन्होने उनसे इसके बारे में पूछा तो इधर उधर की बाते करने लगे। जब उन्होंने इनसे सख्ती से पूछा तो पता लगा कि ये लोग तो धर्म बदलकर लोगों को बेवकूफ बना रहे थे।

शिकायकर्ता दीपक ने बताया कि खुद को एक विशेष समुदाय का बताने वाले लड़के वसीम से जब इससे पूछा तो ये एक भी सहज जवाब नहीं दे पाया। हांलाकि उसने ये भी माना कि मैंने नंदी की पीटा और धर्म बदलकर हम लंबे समय से लोगों के घर जाकर भीख मांगते हैं। बजरंग सेना के लोगों ने तुरंत डायल 112 को इस पूरे मामले की सूचना दी। थोड़ी ही देर बाद डायल 112 के पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। पूरी बात को समझकर नजदीक लगते खेड़ी लक्खा थाने में आरोपियों को लेकर गए।

पुलिसकर्मी संदीप का कहना है कि हमें सूचना मिली थी कि कुछ लोग धर्म बदलकर खेड़ी लक्खा गांव में घूम रहे हैं जिन्हे कुछ लोगों ने पकडा है। अब इन्हे पुलिसकर्मियों को सौंप दिया है। ग्रामीणों ने बताया कि ये लोग पिछले करीब 20 साल से आसपास के गांवों में भीख मांगते है और इसी गांव में रहते है लेकिन हमें ना कभी इन पर शक हुआ और ना ही कोई गलत गतिविधि की। लेकिन अब इनकी सच्चाई सामने आई है। पुलिस फिलहाल इस पूरे मामले में छानबीन कर रही है कि ये लोग कहां के रहने वाले हैं और अपनी पहचान क्यों छुपाए हुए थे।