हरियाणा के जिला यमुनानगर के गांधी नगर थाना क्षेत्र की शिवपुरी बी कॉलोनी में 2 अप्रैल को 1 माह के नवजात बच्चे की गला रेतकर हत्या मामले में नया मोड़ सामने आया है। शुक्रवार को पुलिस प्रशासन और ड्यूटी मजिस्ट्रेट की निगरानी के बीच श्मशान घाट में दफनाए गए शव को बाहर निकाल लिया गया। जिसको पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के बाद ही खुलासा हो पाएगा कि बच्चे की हत्या की गई। वहीं पुलिस ने बच्चे के परिजनों को हिरासत में ले लिया है। पुलिस मामले की गहनता से जांच में जुट गई है।
गौरतलब है कि यमुनानगर में 2 अप्रैल को नवजात बच्चे की गला रेत कर हत्या कर दी गई। बच्चा कपड़े की गठड़ी में बंधा हुआ मिला। नवजात के पिता ने उसे जन्म देने वाली मां पर उसकी हत्या करने का आरोप लगाया है। नवजात बच्चे की हत्या फिलहाल सस्पेक्ट बनी हुई थी, वहीं जब इस मामले को वीरवार को मीडिया ने गंभीरता से उठाया तो पुलिस हरकत में आई। जिसके चलते बच्चे के परिजनों ने कल थाने में जाकर शिकायत दर्ज करवाई। शिकायत के आधार पर पुलिस ने शुक्रवार को ड्यूटी मजिस्ट्रेट और डॉक्टरों की टीम के साथ श्मशान घाट में पहुंच गई, जहां पर बच्चे को दफनाया गया था। वहीं अब पुलिस ने बच्चे के शव को बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं पुलिस ने शक के आधार पर बच्चे के परिजनों को हिरासत में ले लिया है।

इस संबंध में यमुनानगर के डीएसपी राजेश ने कहा कि कल पुलिस को एक शिकायत मिली थी, जिसके आधार पर उन्होंने कल ही जिला उपायुक्त को नोट कराया था कि ड्यूटी मजिस्ट्रेट और डॉक्टरों की टीम गठित की जाए। वहीं शुक्रवार सुबह मृतक बच्चे के पिता सुमित की निशानदेही पर बच्चे के शव को बाहर निकाल लिया गया। जिसे अब पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। पोस्टमास्टर में जो भी फेक्ट सामने आएंगे, उसके आधार पर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। वहीं बच्चे के पिता ने आरोप लगाया कि बच्चे को उसकी मां द्वारा मारा गया है, लेकिन अभी मामला स्पष्ट नहीं हुआ है कि बच्चे की मौत का असली कारण क्या रहा।

वहीं इस मामले में नवजात बच्चे के पिता सुमित का आरोप है कि 2 अप्रैल की रात को उसकी पत्नी कोमल ने ही उसके नवजात बेटे को गला रेतकर मारा। सुबह होने पर उसने बच्चे के गुम होने का झूठा शोर मचा दिया। जब तलाश की तो बच्चे का शव कपड़ों में लिपटा मिला। बच्चे की नाक, मुंह व कान में रूई ठूंसी हुई थी। वहीं पत्नी का आरोप है कि उसका पति सुमित नशे का आदि है। वह अक्सर उसके साथ मारपीट करता है। 2 अप्रैल की रात को वह कमरे में सोई थी। रात करीब 3 बजे उसने अपने बेटे को दूध पिलाया। इसके बाद उसे बेड पर लिटा दिया। सुबह जब आंख खुली बेड पर उसका बच्चा नहीं था। उन्होंने उसकी तलाश की। इधर उधर देखा तो बच्चे का शव कपड़ों की गठड़ी में लिपटा हुआ मिला। तब पुलिस कार्रवाई के डर से उसके पति व अन्य परिजनों ने आनन फानन में बच्चे के शव को दफना दिया।