हरियाणा के यमुनानगर में स्टेट विजिलेंस ब्यूरो लगातार रिश्वत लेने वालों पर शिकंजा कसे हुए है। विजिलेंस की टीम ने पटवारी के असिस्टेंट को 8000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। असिस्टेंट ने फर्द में नाम चढ़वाने की एवज में 10000 रुपये की मांग की थी, जिसके चलते 2000 रुपये वह पहले ले चुका है। जब पटवारी के असिस्टेंट ने 8000 रुपये लिए तो विजिलेंस की टीम ने उसे मौके पर दबोच लिया।
विजिलेंस इंस्पेक्टर सुरेश के नेतृत्व में टीम ने तेजली स्थित पटवारी कार्यालय में अचानक छापामार कार्यवाही की। कार्यालय में आरोपी संजीव पटवारी राहुल के पास असिस्टेंट के तौर पर कार्यरत है। इंस्पेक्टर ने बताया कि शिकायतकर्ता जगाधरी के शिव शंकर नगर निवासी हरीश भोला है। उनका एक प्लॉट है, उस प्लॉट की रजिस्ट्री और इंतकाल उनके नाम है, लेकिन पटवारी की ओर से इंतकाल में उसका नाम रह गया।
बेटे के लिए लेना था एजुकेशन लोन
इंस्पेक्टर सुरेश ने बताया कि शिकायतकर्ता को बेटे के लिए एजुकेशन लोन लेना था, इसलिए फर्द में नाम चढ़वाने के लिए पटवारी कार्यालय के चक्कर लगा रहा था। इस बीच जब वह परेशान हुआ तो पटवारी के अस्सिटेंट संजीव ने 10 हजार में उनका काम करने का सौदा तय किया। जिसके लिए दो हजार रुपये पहले ही ले लिए और 8 हजार रुपये बाद में देने की बात हुई। तभी विजिलेंस टीम ने इशारा पाकर आरोपी को रंगे हाथों पकड़ लिया।
पटवारी कार्यालय के कई बार चक्कर लगा चुका था शिकायतकर्ता
शिकायतकर्ता हरीश भोला का कहना है कि फर्द में नाम चढ़वाने के लिए वह पटवारी कार्यालय के कई बार चक्कर लगा चुके हैं। परेशान होकर शिकायतकर्ता ने पटवारी राहुल से बात की तो उसने अपने अस्सिटेंट संजीव से मिलने के लिए कहा। इसके बाद संजीव ने 10000 रुपये में काम करने की बात कहीं। तय राशि में से आरोपी से 2000 रुपये पहले ही ले लिए थे। इसके बाद आरोपी को शेष राशि लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया गया। जिसे गिरफ्तार कर विजिलेंस कार्यालय लाया गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
विजिलेंस इंस्पेक्टर सुरेश ने आमजन से आह्वान किया कि यदि कोई भी व्यक्ति सरकारी काम के लिए या अन्य किसी भी तरह की रिश्वत की मांग करता है तो उसकी शिकायत विजिलेंस से करें, ताकि आरोपियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जा सके।