यमुनानगर के एक प्राइवेट स्कूल में हाथ पर राखी बांधने को छात्र की पिटाई कर दी गई। अब अभिभावक न्याय के लिए दर-दर की ठोकेरे खाने को मजबूर है। स्कूल प्रशासन की तरफ से सफाई दी कि हाथ में चांदी का ब्रेसलेट उतारने के लिए कहा तो मिसबिहेव करने लगा।
यमुनानगर के एक प्राइवेट स्कूल में छात्र की पिटाई का मामला सामने आया है। पूरा विवाद हाथ पर राखी बांधने को लेकर शुरू हुआ। अंशुमन के परिजनों ने बताया चेयरमैन और प्रिंसिपल ने आठवीं क्लास के सभी लड़के और लड़कियों को पीटा। जब अंशुमन की बहन अनन्या को बुलाया गया उसने देखा कि अंशुमन की उंगली चोटिल थी, जब उसने इसका विरोध किया तो स्कूल की तरफ से बनाए गए व्हाट्सएप ग्रुप में उसे सस्पेंड करने का मैसेज डाल दिया। हालांकि उसके बाद अनन्या की तबीयत खराब हो गई। आज सुबह जैसे ही वह स्कूल में जाने लगी तो स्कूल में दोनों बहन भाई को अंदर अंत नहीं करने दिया गया।अंशुमन के परिजनों ने बताया कि आज उसका पेपर था। उन्होंने आरोप लगाया कि हम कार्रवाई के लिए शिक्षा विभाग के दफ्तर गए और शिक्षा मंत्री को उसके लिए गुहार लगाई, जिस पर स्कूल प्रबंधन ने बच्चों को स्कूल में आने से मना कर दिया।
स्कूल प्रबंधन पूरी तरह से बोखलाया : अभिभावक
अंशुमन के परिजन सीमा ने कहा कि अभिभावक इस मामले में कार्रवाई चाहते हैं। जिससे स्कूल प्रबंधन पूरी तरह से बोखला गया है। स्कूल की टीचर हीना का कहना है अंशुमन क्लास में टीचर्स को देखकर मिसबिहेव करता था। जैसी हमने उसे चांदी का ब्रेसलेट उतरने को कहा तो वह फिर सेबदतमीजी करने लगा। जब हमने उसकी बहन अनन्या को बुलाया तो उसने भी हमसे बदतमीजी की।
राखी बांधने का मामला तूल पकड़ रहा : टीचर
स्कूल टीचर हीना ने कहा कि हाथ पर राखी बांधने का यह पूरा मामला तूल पकड़ गया है। अंशुमन के अभिभावक ने इस मामले में कार्रवाई के लिए यमुनानगर शिक्षा विभाग को लिखित में शिकायत दी है, तो दूसरी तरफ अभिभावक हरियाणा के शिक्षा मंत्री का कंवरपाल गुर्जर से मिलकर भी आए हैं। शिक्षा मंत्री ने कहा कि इस पूरी मामले की गंभीरता से जांच कराई जाएगी और स्कूल प्रबंधन ने जो किया वह सरासर गलत है।
हरकतों से बाज नहीं आ रहा स्कूल प्रबंधन : शिक्षा मंत्री
शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि अंशुमन आठवीं क्लास का छात्र है। परिवार वाले स्कूल प्रबंधन पर सख्त कार्रवाई चाहते हैं। आपको बता दें कि यमुनानगर के स्कूलों में पहले भी धार्मिक तिलक और सिर पर चोटी को लेकर भी विवाद हो चुके है, लेकिन फिर भी स्कूल प्रबंधन अपने हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। ऐसे हम देखना होगा शिक्षा विभाग की तरफ से आखिर क्या कार्रवाई की जाती है