अंबाला के गुरुद्वारा में एक युवक ने श्री मंजी साहिब के निशान साहिब पर वस्त्र बदलने के दौरान हुई चरखी के टूटने से 100 फीट की ऊंचाई पर लटक गया। श्रद्धालु को क्रेन की मदद से सुरक्षित नीचे उतारा गया, जिसमें पुलिस और स्थानीय लोगों की भी भागीदारी थी। घटना श्री गुरु नानक देव जी के पावन प्रकाश पर्व के मौके पर हुई थी। जिले के गुरुद्वारों में रंग-बिरंगी लाइटों से सजावट हुई थी और श्रद्धालु भारी संख्या में गुरुद्वारों में माथा टेकने पहुंचे थे।
जानकारी देते हुए एसजीपीसी मेंबर हरपाल सिंह मच्छौंडा ने बताया कि गुरु नानक देव जी के 554वें प्रकाश पर्व पर गुरुद्वारे में कीर्तन चल रहा था और निशान साहिब के वस्त्र बदलने के लिए एक नौजवान चढ़ा था। इस दौरान चरखी टूटने से वह फंस गया था, जिसके बाद क्रेन की मदद से उसे सुरक्षित नीचे उतारा गया। वहीं किसी भी प्रकार का कोई नुकसान नहीं हुआ है। मामले की जानकारी मिलने पर मौके पर पुलिस भी पहुंच गई थी, जो कि गुरूद्वारा कमेटी सदस्यों की मदद करने के लिए तब तक तत्पर रही, जब तक युवक को ठीक प्रकार से नीचे नहीं उतार लिया गया। इस दौरान विधायक असीम गोयल भी गुरुघर पहुंचे और श्री गुरुद्वारा साहिब में शीश नवाया। उन्होंने गुरु नानक देव जी के संदेश को याद कराया कि हमें अपनी शिक्षाओं में सदगुणों को अपनाने की आवश्यकता है।
आप प्रदेश उपाध्यक्ष ने गुरूद्वारा साहिब से जुड़े इतिहास की याद की महत्ता
वहीं अंबाला के आम आदमी पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष चित्रा सरवारा भी गुरुघरों में गईं और श्री गुरुद्वारा साहिब से जुड़े इतिहास की महत्ता को याद किया। सभी गुरुघरों के साथ कोई न कोई पुराना इतिहास जुड़ा हुआ है और वे उस इतिहास को महत्त्व देते हैं। यहां तक कि शहर के ही बादशाही बाग में गुरु गोबिंद सिंह जी ने भी अपने उपदेश दिए थे, जिनमें उन्होंने धरती की महत्ता और गुरुओं के आने का संदेश दिया था।

