हरियाणा के पानीपत शहर के बापौली कस्बे के रहने वाले 23 वर्षीय युवक ने फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। युवक विदेश जाना चाहता था। जिसके उसने करनाल के रहने वाले एक एजेंट को पांच लाख रुपये भी दे दिए थे। लेकिन उसका वीजा नहीं लग पाया और ना ही उसके पैसे वापिस आए। इस बात से युवक बहुत परेशान हो गया और मानसिक परेशान होकर उसने आत्महत्या कर ली। परिजनों ने करनाल निवासी एजेंट की शिकायत पुलिस को दी है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर एजेंट के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
जानकारी के अनुसार पुलिस को दी गई शिकायत में मृतक युवक के पिता राजकुमार ने बताया है कि वह गांव गढ़ी भलौर, बापौली का रहने वाला है। उसके तीन बच्चे है जिनमें 2 बेटे और एक बेटी है। उसका सबसे बड़ा बेटा राहुल जिसकी उम्र 23 साल थी उसने 12वीं पास की थी। वह विदेश जाना चाहता था। जिसके लिए उसने एक साल पहले कागज तैयार करवाए थे। लेकिन किसी कारण से उसका वीजा नहीं लग पाया था। फाइल रिफ्यूजल होने के कारण राहुल मानसिक तौर पर परेशान रहने लगा। इसके बाद राहुल कारनाल निवासी एजेंट कुलदीप शर्मा से मिला। कुलदीप ने बाहर जाने के लिए कागज तैयार करने के नाम पर पचास हजार रुपये मांगे और कहा कि कागज तैयार होने के बाद उसे साढ़े चार लाख रुपये देकर जाना। इसके बाद राहुल ने उसे पैसे दे दिए।
वीजा ना लगने पर पैसे वापिस करने की कही थी बात
राजकुमार ने बताया कि जब राहुल ने कुलदीप को वीजा का स्टेटस पूछा तो उसने कहा कि फाइल रिफ्यूजल हो गई है। राहुल ने फाइल का रिफ्यूजल लेटर मांगा तो उसने नहीं दिया। इसके बाद राहुल उससे मिलने उसके घर गया इसपर कुलदीप ने कहा कि वह छह महीने रुक जाए फिर से वीजा लगवा देगा और वीजा ना लगा तो उसके पैसे वापस कर देगा। इसके बाद जब राहुल ने पैसे मांगे तो उसने फिर से रुकने को कहा। राहुल जब कुलदीप के पास फोन मिलाता तो उसने उसके फोन उठाने बंद कर दिए। इसके चलते राहुल मानसिक रुप से परेशान रहने लगा और उसने आत्महत्या कर ली। पुलिस ने शिकायतकर्ता के बयान के आधार पर केस दर्ज कर लिया है।

