ICE Benefits : हमारे भारत में लोगों को कोई भी बीमारी होती है तो अकसर लोग दवा लेने के बजाय सबसे पहले घरेलू उपाय अपनाते हैं और अपनाएं भी क्यों ना क्योंकि हमारे भारत में पुराने समय से घरेलू उपचार चलता आ रहा है। ऐसे में अगर हम बात करें चोट लगने, पैरों में सूजन आने और कमर दर्द में राहत पाने के घरेलू इलाज की तो देखिए इनमें हमें बर्फ की सिकाई करने की सलाह दी जाती है।
क्योंकि होता यह है कि बर्फ से सिकाई करने पर सूजन की समस्या कम हो जाती है। इससे नसों को आराम मिलता है। साथ ही आइस पैक से सिकाई करने पर मसल्स को आराम मिलता है। बता दें कि अगर आप चोट पर बर्फ से सिकाई करते हैं तो इससे ब्लड फ्लो रुक जाता है और उसी जगह पर जम जाता है। हालांकि आपको बर्फ की सिकाई करते वक्त कुछ बातों का ध्यान भी जरूर रखना चाहिए। तो आईए आज यह जानते हैं कि आइस पैक से सिकाई करने के क्या क्या फायदे होते हैं, और सिकाई करते वक्त किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
आइसपैक से सिकाई करने के फायदे
बता दें कि आइस पैक से सिकाई करने पर सूजन की समस्या को कम करने में मदद मिलती है। साथ ही इससे अंदरूनी चोट भी जल्दी ठीक हो जाती है। अगर आपको कहीं मोच आ जाए तब भी आप बर्फ की सिकाई कर सकते हैं। क्योंकि बर्फ से सेकने पर नसों को आराम मिलता है और मोच जल्दी ठीक होती है। साथ ही बर्फ की सिकाई करने से खून का फ्लो उसी जगह रुक जाता है।
आइस पैक से सिकाई करने पर ब्लड फ्लो ठीक होता है। जान लें कि गर्मी में आइस पैक से सिकाई करने पर दर्द में आराम मिलता है। आप घुटनों के दर्द में या कमर के दर्द में भी बर्फ की सिकाई कर सकते हैं। अब जानते हैं कि बर्फ से सिकाई करते वक्त किन बातों का रखें ख्याल रखना चाहिए।
ऐसे करें सिकाई
सबसे पहले बता दें कि बर्फ से सिकाई करते वक्त एक ही जगह पर बर्फ न लगाएं रखें। इससे फ्रॉस्टबाइट की परेशानी हो सकती है। साथ ही अगर चोट ज्यादा गहरी है तो बर्फ से सिकाई करना ठीक नहीं है और चोट गहरी होने पर आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
जानकारी के लिए यह भी बता दें कि ज्यादा देर तक बर्फ से सिकाई करने के बाद त्वचा एक तरह से सुन्न हो जाती है तो ऐसे में सिकाई करना बंद कर दें। सबसे खास बात जिसका आपको ख्याल रखना है वो यह है कि आप बर्फ से सिकाई करते वक्त बर्फ को त्वचा पर डायरेक्ट न लगाएं। इसे तौलिया या किसी सूती कपड़े में बांधकर ही सेक लगाएं।