दिनांक : 20 दिसम्बर 2023
दिन –
बुधवार
विक्रम संवत – 2080
शक संवत – 1945
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – शरद
मास – अश्विन
तिथि – अष्टमी
नक्षत्र – उत्तरपूर्वभाद्रपदा
अमान्ता महीना – भाद्रपद
योग – व्यतिपदा
सूर्योदय – सुबह 7:17 पर
सूर्यास्त – शाम 5:27 पर
प्रथम करण – बावा
द्वितीय करण – बालवा
दिशाशूल- उत्तर
चंद्रराशि – मीन
सूर्यराशि – धनु
शुभमुहूर्त – अभिजीत
पंचांग की जरूरत :
पंचांग का उपयोग मुख्यत्वे, काल गणना, तिथि वार, व्रत, शुभ मुहूर्त, देखने के लिए पंचांग का उपयोग किया जाता है. ज्योतिष गाइड के दैनिक पंचांग में नक्षत्र, योग, करन सहित, शुभ-अशुभ समय, मुहूर्त, चंद्र बल, तारा बल पंचांग में आसानीसे उपलब्ध है। पंचांग का निर्धारण, ब्रम्हांड की गति पर निर्भर है. इसलिए जैसे जैसे पृथ्वी भ्रमण करती है, पंचांग समय क्षेत्र के अनुसार बदलता दिखाई देता है. इसलिए एक ही पंचांग अलग-अलग क्षेत्रों के लिए अलग अलग हो सकता है, इसलिए सही पंचांग का समय निर्धारण के लिए, क्षेत्र को चुनना अति महत्वपूर्ण है।
नक्षत्र :
आकाश मंडल में एक तारा समूह को नक्षत्र कहा जाता है। इसमें 27 नक्षत्र होते हैं और नौ ग्रहों को इन नक्षत्रों का स्वामित्व प्राप्त है। 27 नक्षत्रों के नाम- अश्विन नक्षत्र, भरणी नक्षत्र, कृत्तिका नक्षत्र, रोहिणी नक्षत्र, मृगशिरा नक्षत्र, आर्द्रा नक्षत्र, पुनर्वसु नक्षत्र, पुष्य नक्षत्र, आश्लेषा नक्षत्र, मघा नक्षत्र, पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र, उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र, हस्त नक्षत्र, चित्रा नक्षत्र, स्वाति नक्षत्र, विशाखा नक्षत्र, अनुराधा नक्षत्र, ज्येष्ठा नक्षत्र, मूल नक्षत्र, पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र, उत्तराषाढ़ा नक्षत्र, श्रवण नक्षत्र, घनिष्ठा नक्षत्र, शतभिषा नक्षत्र, पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र, उत्तराभाद्रपद नक्षत्र, रेवती नक्षत्र।
योग :
नक्षत्र की भांति योग भी 27 प्रकार के होते हैं। सूर्य-चंद्र की विशेष दूरियों की स्थितियों को योग कहा जाता है। दूरियों के आधार पर बनने वाले 27 योगों के नाम – विष्कुम्भ, प्रीति, आयुष्मान, सौभाग्य, शोभन, अतिगण्ड, सुकर्मा, धृति, शूल, गण्ड, वृद्धि, ध्रुव, व्याघात, हर्षण, वज्र, सिद्धि, व्यातीपात, वरीयान, परिघ, शिव, सिद्ध, साध्य, शुभ, शुक्ल, ब्रह्म, इन्द्र और वैधृति।
करण :
एक तिथि में दो करण होते हैं। एक तिथि के पूर्वार्ध में और एक तिथि के उत्तरार्ध में। ऐसे कुल 11 करण होते हैं जिनके नाम इस प्रकार हैं – बव, बालव, कौलव, तैतिल, गर, वणिज, विष्टि, शकुनि, चतुष्पाद, नाग और किस्तुघ्न। विष्टि करण को भद्रा कहते हैं और भद्रा में शुभ कार्य वर्जित माने गए हैं।
पंचांग क्या है :
पंचांग दैनिक ज्योतिषीय कैलेंडर है जो ग्रहों और सूक्ष्म स्थितियों के आधार पर चंद्र दिवस के बारे में बहुमूल्य जानकारी प्रदान करता है। इसमें पाँच विशेषताएँ शामिल हैं- तिथि (द लूनर डे), वार (सप्ताह का दिन), नक्षत्र (चन्द्र मेंशन), योग (चन्द्र-सौर दिवस) और करण (आधा चन्द्र दिवस)। इन पांच विशेषताओं के आधार पर, ज्योतिषी किसी भी नए कार्य या हिंदू धार्मिक अनुष्ठान को शुरू करने के लिए मुहूर्त या शुभ समय का निर्धारण करते हैं और इसके साथ-साथ अशुभ समय को भी देखते हैं जिससे हर किसी को बचना चाहिए।
दैनिक पंचांग और उसका महत्व
प्राचीन ऋषियों और वेदों के अनुसार, जब कोई व्यक्ति पर्यावरण के साथ सामंजस्य स्थापित करता है, तो वह सकारात्मक तरीके से प्रतिक्रिया देता है और व्यक्ति को उसके कार्य को सफलतापूर्वक पूरा करने में मदद करता है। हिन्दू दैनिक पंचांग इस सौहार्द को स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और इसके उपयोग से व्यक्ति को तिथि, योग और शुभ-अशुभ समयों में ज्योतिषीय अंतर्दृष्टि प्राप्त होती है। जिससे हम सूक्ष्म संचार के आधार पर उपयुक्त समय के बारे में जान सकते हैं और अपने समय और कार्य का अधिकतम लाभ उठा सकते हैं।
ज्योतिषी लोगों को सुझाव देते हैं कि वे अपने दैनिक पंचांग को रोजाना देखें और किसी भी नए काम को शुरू करने के लिए इसका पालन करें जैसे कि वैवाहिक समारोह, सामाजिक मामलों, महत्वपूर्ण कार्यक्रमों, उद्घाटन, नए व्यापार उपक्रम आदि जैसे शुभ कार्यक्रम इसके अनुसार करें।
राशिफल :
मेष राशि : (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)

आज मेष वालों का दिन बेहद शुभ रहने वाला है। पैतृक संपत्ति से धन लाभ होगा, खर्चों की अधिकता से मन चिंतित रहेगा। व्यापार में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रहेगी। किसी बात को लेकर मन परेशान रह सकता है। तनाव से बचें। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। नौकरी और कारोबार में भी वातावरण अनुकूल रहेगा।

वृष राशि : (ई, उ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

वाणी में मधुरता आएगी। उच्चाधिकारियों का आशीर्वाद मिलेगा। ऑफिस में व्यर्थ के वाद-विवाद से बचें। अपने भावनाओं पर काबू रखें। पिता के स्वास्थ्य पर ध्यान दें। आय कम और खर्चे ज्यादा रहेंगे। जीवनसाथी से थोड़े अनबन के संकेत हैं। दोस्तों और परिजनों के सहयोग से मन प्रसन्न रहेगा और घर में खुशनुमा माहौल बना रहेगा।

मिथुन राशि : (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)

पुराने मित्र से मुलाकात होगी। जीवन में थोड़े उतार-चढ़ाव आ सकते हैं। मान-सम्मान को ठेस पहुंच सकता है। करियर में बड़े बदलावों की संभावना है। एकाग्रता में कमी महसूस होगी। कार्यों में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। धैर्य बनाएं रखें और सफलता प्राप्त करने के लिए निरंतर प्रयास करते रहें। व्यापारिक स्थिति अच्छी रहेगी।

कर्क राशि : (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डु, डे, डो)

आज से धन से जुड़े फैसलों में कोई रिस्क ना लें। आत्मसंयत रहें। धार्मिक कार्यों में मन लगेगा। क्रोध पर काबू रखें। वैवाहिक जीवन में मधुरता आएगी। बिजनेस में धन लाभ होगा। धन-दौलत में वृद्धि होगी। कड़ी मेहनत के बाद ही सफलता मिलेगी। सेहत पर ज्यादा ध्यान दें।

सिंह राशि : (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

मन शांत रहेंगे। वाणी पर नियंत्रण रखें। आत्मविश्वास से भरपूर रहेंगे, लेकिन भावनाओं में उतार-चढ़ाव संभव है। सोच-समझकर फैसले लें। दोस्तों के सहयोग से कार्यों में आ रही बाधाएं दूर होंगी। नौकरी और कारोबार में वातावरण अनुकूल रहेगा। आय में वृद्धि के नए स्त्रोत बनेंगे और धन से जुड़ी समस्याएं दूर होंगी।

कन्या राशि : (ढो, प, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

शैक्षिक कार्यों में चुनौतियां आ सकती हैं। बच्चों के सेहत को लेकर मन परेशान रहेगा। व्यापार में धन लाभ होगा। घर में मेहमानों के आगमन से खुशनुमा माहौल होगा। मन प्रसन्न रहेगा। विवाद से बचें और क्रोध पर नियंत्रण रखें। आज शत्रु एक्टिव रहेंगे, जिससे डिस्टर्बेंस थोड़ी बढ़ सकती है।

तुला राशि : (र, री, रू, रे, रो, ता, ति, तू, ते)

आत्मविश्वास में कमी आएगी। पारिवारिक जिम्मेदारियां बढ़ेंगी। जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा। मैरिड लाइफ में खुशनुमा माहौल रहेगा। क्षणे रुष्टा-क्षणे तुष्टा के भाव रहेंगे। आय के नए साधनों से धन -दौलत में वृद्धि होगी। माता के सहयोग से धन लाभ होगा। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।

वृश्चिक राशि : (तो, न, नी, नू, ने, नो, या, यि, यू)

शैक्षिक कार्यों में रुचि बढ़ेंगी। करियर में नई उपलब्धियां हासिल होगा। नौकरी और व्यापार में उन्नति के नए अवसर मिलेंगे। बच्चों के सेहत को लेकर मन परेशान रहेगा। आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। मानसिक अशांति महसूस हो सकती है। क्रोध के अतिरेक से बचें। संतान पक्ष से शुभ समाचार मिल सकता है, जिससे चेहर पर मुस्कान आएगी।

धनु राशि : (य, यो, भा, भि, भू, ध, फा, ढ, भे)

मन प्रसन्न रहेगा। समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा। धार्मिक कार्यों में रुचि जगेगी। कॉन्फिडेंट नजर आएंगे। नौकरी में तरक्की के अवसर मिल सकते हैं। यात्रा पर जाना हो सकता है। व्यापार में विस्तार के नए मौके मिलेंगे। पारिवारिक जीवन में सुख-शांति बने रहेगी। मन में नेगेटिविटी ज्यादा बढ़ने ना दें।

मकर राशि : (भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)

साथी से अनबन के संकेत हैं। वाद-विवाद से बचें। आत्मसंयत रहें। व्यापारिक स्थिति सुदृढ़ होगी। धन का आवक बढ़ेगा, लेकिन खर्चों की अधिकता से मन परेशान रहेगा। नए कार्यों की शुरुआत करने से बचें। घरेलू सुख बाधित रहेगा। मां के स्वास्थ्य पर ध्यान दें।

कुम्भ राशि : (गू, गे, गो, स, सी, सू, से, सो, द)

कला या संगीत में रुचियां बढ़ेंगी। भावनाओं में उतार-चढ़ाव आएंगे। कभी बहुत खुश रहेंगे, तो कभी किसी बात को लेकर मन चिंतित रहेगा। व्यापार में धन लाभ होगा, लेकिन धन हानि के भी संकेत हैं। नौकरीपेशा से जुड़े लोगों को जॉब में प्रमोशन मिल सकता है। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।

मीन राशि : (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, च, ची)

आर्थिक स्थिति में उतार-चढ़ाव के हैं संकेत। खर्चों पर नियंत्रण रखें। मन परेशान रहेगा। साथी से अनबन हो सकती है। स्वास्थ्य पर ध्यान दें। कार्यक्षेत्र में चुनौतियां आएंगी। जीवन में नए परिवर्तनों के लिए तैयार रहें। फ्रैंड्स और फैमिली के सहयोग से लाइफ की सभी प्रॉब्लम्स दूर होंगी। मैरिड लाइफ में खुशियां आएंगी।

(पं. दाऊजी महाराज, वरिष्ठ ज्योतिषाचार्य एवं श्री अवध धाम मंदिर संस्थापक पानीपत)