रांची में सोमवार को ED ने 9 ठिकानों पर रेड की है। जिसमें झारखंड सरकार के मंत्री(Minister) आलमगीर आलम के पीएस संजीव लाल, उनके नौकर जहांगीर, संजीव लाल के करीबी मुन्ना सिंह, पथ निर्माण विभाग के इंजीनियर विकास कुमार के घर पर रेड हुई है। जहां नोटों का पहाड़(Mountain) बरामद होने पर ईडी की भी आंखें फटी की फटी रह गई।
बता दें कि ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव लाल के नौकर के घर से 25 करोड़(25 Crore) से ज्यादा कैश मिला है। कैश गिनने के लिए मशीन मंगवानी पड़ी थी। अब कैश वैन बुलाया गया है, जिससे पैसों को बैंक ले जाया जाएगा। वहीं मुन्ना सिंह के घर से 3 करोड़ कैश मिले हैं। इधर कैश जब्त होने पर मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि संजीव लाल एक सरकारी मुलाजिम है और पहले भी दो मंत्रियों के पीएस रह चुके हैं। अनुभव के आधार पर ही उन्हें नियुक्त किया गया था। अब ईडी(ED) अपनी कार्रवाई कर रही है, उसके बाद देखेंगे क्या होता है।

संजीव लाल (मंत्री आलमगीर आलम का पीएस) दीनदयाल नगर और कांके रोड स्थित आवास जहांगीर आलम (आलमगीर आजम के पीएस का सर्वेंट), सैयद रेजीडेंसी, गाड़ी खाना चौक मुन्ना सिंह, तेजस्विनी अपार्टमेंट, पीपी कंपाउंड मेन रोड विकास कुमार, इंजीनियर पथ निर्माण विभाग का आवास, सेल सिटी कुलदीप मिंज, इंजीनियर बोड़ेया रोड स्थित आवास इसके अलावा तीन अन्य जगहों पर रेड हुई है।
वीरेंद्र राम से जुड़े मामले में रेड
ईडी की आज की कार्रवाई वीरेंद्र राम मामले को लेकर हुई है। रांची के सेल सिटी में पथ निर्माण विभाग के इंजीनियर विकास कुमार के घर पर छापेमारी चल रही है। 22 फरवरी 2023 को ग्रामीण विकास विभाग के चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के कुल 24 ठिकानों पर ED ने छापा मारा था। इस दौरान वीरेंद्र राम की कंपनियों के अलावा 100 करोड़ रुपए की संपत्ति का पता चला था। छापेमारी के दौरान डेढ़ करोड़ रुपए के जेवरात और करीब 30 लाख रुपए नकद भी मिले थे।
पैसा चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम का
ED ने जमशेदपुर निगरानी थाने में ग्रामीण विकास विभाग के इंजीनियर के खिलाफ दर्ज घूसखोरी के एक मामले को जांच के लिए ECIR के रूप में दर्ज किया था। जिसके बाद यह कार्रवाई की। वीरेंद्र राम ग्रामीण विकास विभाग में वीरेंद्र राम चीफ इंजीनियर थे। 15 नवंबर 2019 में जमशेदपुर में JE सुरेश प्रसाद के घर ED ने रेड की थी, जिसमें 2.67 करोड़ कैश मिले थे। तब JE ने बताया था कि ये पैसा चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम का है। इसके बाद जांच का दायरा आगे बढ़ा तो ED ने जांच शुरू की।
आपत्तिजनक दस्तावेज भी बरामद
22 फरवरी 2023 को ED ने वीरेंद्र राम व उनके सहयोगियों से जुड़े ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की थी। इस छापेमारी में वीरेंद्र राम के ठिकानों से आपत्तिजनक दस्तावेज के अलावा करीब डेढ़ सौ करोड़ की चल-अचल संपत्ति की जानकारी मिली थी। उनके सहयोगी चार्टर्ड अकाउंटेंट मुकेश मित्तल के ठिकाने से नोटबंदी के पूर्व के 9.46 लाख रुपये के पुराने नोट और आपत्तिजनक दस्तावेज भी बरामद हुए थे। इसके बाद 23 फरवरी को उसे गिरफ्तार किया गया था।
प्रदीप यादव के पार्टी की कहानी
BJP सांसद निशिकांत मंत्री के PS के नौकर के घर मिले कैश को लेकर गोड्डा सांसद और BJP प्रत्याशी निशिकांत दुबे ने निशाना साधा है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर मिले कैश का वीडियो शेयर कर लिखा बता दें कि गोड्डा से इंडी गठबंधन की ओर से कांग्रेस ने प्रदीप यादव को उम्मीदवार बनाया है। पहले दीपिका पांडेय को टिकट दिया गया था, लेकिन फिर उनकी जगह प्रदीप यादव को प्रत्याशी बनाया गया।