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🌹 दिनांक : 26 नवम्बर 2023🌷
🌹 दिन – रविवार🌷
🌹 विक्रम संवत – 2080🌷
🌹 शक संवत – 1945🌷
🌹 अयन – दक्षिणायन🌷
🌹 ऋतु – शरद🌷
🌹 मास – अश्विन🌷
🌹 तिथि – चतुर्दशी🌷
🌹 नक्षत्र – भरणी🌷
🌹 अमान्ता महीना – भाद्रपद🌷
🌹 योग – परीघा🌷
🌹 सूर्योदय – सुबह 7:00 पर🌷
🌹 सूर्यास्त – शाम 5:24 पर🌷
🌹 प्रथम करण – वणिजा🌷
🌹 द्वितीय करण – विष्टि🌷
🌹 दिशाशूल- पश्चिम🌷
🌹 चंद्रराशि – मेष🌷
🌹 सूर्यराशि – वृश्चिक🌷
🌹 शुभमुहूर्त – अभिजीत🌷
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🍇पंचांग की जरूरत :
पंचांग का उपयोग मुख्यत्वे, काल गणना, तिथि वार, व्रत, शुभ मुहूर्त, देखने के लिए पंचांग का उपयोग किया जाता है. ज्योतिष गाइड के दैनिक पंचांग में नक्षत्र, योग, करन सहित, शुभ-अशुभ समय, मुहूर्त, चंद्र बल, तारा बल पंचांग में आसानीसे उपलब्ध है। पंचांग का निर्धारण, ब्रम्हांड की गति पर निर्भर है. इसलिए जैसे जैसे पृथ्वी भ्रमण करती है, पंचांग समय क्षेत्र के अनुसार बदलता दिखाई देता है. इसलिए एक ही पंचांग अलग-अलग क्षेत्रों के लिए अलग अलग हो सकता है, इसलिए सही पंचांग का समय निर्धारण के लिए, क्षेत्र को चुनना अति महत्वपूर्ण है।
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🍇नक्षत्र :
आकाश मंडल में एक तारा समूह को नक्षत्र कहा जाता है। इसमें 27 नक्षत्र होते हैं और नौ ग्रहों को इन नक्षत्रों का स्वामित्व प्राप्त है। 27 नक्षत्रों के नाम- अश्विन नक्षत्र, भरणी नक्षत्र, कृत्तिका नक्षत्र, रोहिणी नक्षत्र, मृगशिरा नक्षत्र, आर्द्रा नक्षत्र, पुनर्वसु नक्षत्र, पुष्य नक्षत्र, आश्लेषा नक्षत्र, मघा नक्षत्र, पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र, उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र, हस्त नक्षत्र, चित्रा नक्षत्र, स्वाति नक्षत्र, विशाखा नक्षत्र, अनुराधा नक्षत्र, ज्येष्ठा नक्षत्र, मूल नक्षत्र, पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र, उत्तराषाढ़ा नक्षत्र, श्रवण नक्षत्र, घनिष्ठा नक्षत्र, शतभिषा नक्षत्र, पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र, उत्तराभाद्रपद नक्षत्र, रेवती नक्षत्र।
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🍇योग :
नक्षत्र की भांति योग भी 27 प्रकार के होते हैं। सूर्य-चंद्र की विशेष दूरियों की स्थितियों को योग कहा जाता है। दूरियों के आधार पर बनने वाले 27 योगों के नाम – विष्कुम्भ, प्रीति, आयुष्मान, सौभाग्य, शोभन, अतिगण्ड, सुकर्मा, धृति, शूल, गण्ड, वृद्धि, ध्रुव, व्याघात, हर्षण, वज्र, सिद्धि, व्यातीपात, वरीयान, परिघ, शिव, सिद्ध, साध्य, शुभ, शुक्ल, ब्रह्म, इन्द्र और वैधृति।
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🍇करण :
एक तिथि में दो करण होते हैं। एक तिथि के पूर्वार्ध में और एक तिथि के उत्तरार्ध में। ऐसे कुल 11 करण होते हैं जिनके नाम इस प्रकार हैं – बव, बालव, कौलव, तैतिल, गर, वणिज, विष्टि, शकुनि, चतुष्पाद, नाग और किस्तुघ्न। विष्टि करण को भद्रा कहते हैं और भद्रा में शुभ कार्य वर्जित माने गए हैं।
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🍇पंचांग क्या है :
पंचांग दैनिक ज्योतिषीय कैलेंडर है जो ग्रहों और सूक्ष्म स्थितियों के आधार पर चंद्र दिवस के बारे में बहुमूल्य जानकारी प्रदान करता है। इसमें पाँच विशेषताएँ शामिल हैं- तिथि (द लूनर डे), वार (सप्ताह का दिन), नक्षत्र (चन्द्र मेंशन), योग (चन्द्र-सौर दिवस) और करण (आधा चन्द्र दिवस)। इन पांच विशेषताओं के आधार पर, ज्योतिषी किसी भी नए कार्य या हिंदू धार्मिक अनुष्ठान को शुरू करने के लिए मुहूर्त या शुभ समय का निर्धारण करते हैं और इसके साथ-साथ अशुभ समय को भी देखते हैं जिससे हर किसी को बचना चाहिए।
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🍇दैनिक पंचांग और उसका महत्व
प्राचीन ऋषियों और वेदों के अनुसार, जब कोई व्यक्ति पर्यावरण के साथ सामंजस्य स्थापित करता है, तो वह सकारात्मक तरीके से प्रतिक्रिया देता है और व्यक्ति को उसके कार्य को सफलतापूर्वक पूरा करने में मदद करता है। हिन्दू दैनिक पंचांग इस सौहार्द को स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और इसके उपयोग से व्यक्ति को तिथि, योग और शुभ-अशुभ समयों में ज्योतिषीय अंतर्दृष्टि प्राप्त होती है। जिससे हम सूक्ष्म संचार के आधार पर उपयुक्त समय के बारे में जान सकते हैं और अपने समय और कार्य का अधिकतम लाभ उठा सकते हैं।
ज्योतिषी लोगों को सुझाव देते हैं कि वे अपने दैनिक पंचांग को रोजाना देखें और किसी भी नए काम को शुरू करने के लिए इसका पालन करें जैसे कि वैवाहिक समारोह, सामाजिक मामलों, महत्वपूर्ण कार्यक्रमों, उद्घाटन, नए व्यापार उपक्रम आदि जैसे शुभ कार्यक्रम इसके अनुसार करें।
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🍇राशिफल :
🎍मेष राशि : (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)
किसी अज्ञात भय से परेशान हो सकते हैं। घर-परिवार में धार्मिक कार्य हो सकते हैं। भाग-दौड़ अधिक रहेगी। रहन-सहन अव्यवस्थित रहेगा। आत्मसंयत रहें। क्रोध एवं आवेश के अतिरेक से बचें। माता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। क्रोध एवं आवेश के अतिरेक से बचें। पारिवारिक जीवन कष्टमय रहेगा। तनाव से दूर रहें। विदेश यात्रा पर जाना हो सकता है। संतान को लेकर मन में चिंताएं बढ़ सकती हैं।
🎍वृष राशि : (ई, उ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
नौकरी में तरक्की के अवसर मिल सकते हैं। आय में वृद्धि होगी, परन्तु स्थान परिवर्तन हो सकता है। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। खर्च बढ़ेंगे। क्षणे रुष्टा-क्षणे तुष्टा के भाव मन में हो सकते हैं। धर्म के प्रति श्रद्धाभाव रहेगा। लेखनादि-बौद्धिक कार्यों में व्यस्तता बढ़ सकती है। संतान की ओर से सुखद समाचार मिल सकते हैं। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। किसी मित्र के सहयोग से नौकरी के अवसर मिल सकते हैं।
मिथुन राशि : (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)
आशा-निराशा के भाव मन में हो सकते हैं। व्यर्थ के झगड़े एवं विवादों से बचें। शैक्षिक कार्यों में सफलता मिलेगी। मीठे खानपान में रुचि बढ़ेगी। संयत रहें। व्यर्थ के क्रोध से बचें। शैक्षिक कार्यों पर ध्यान दें। पिता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। वस्त्रों पर खर्च बढ़ सकते हैं। खर्चों की अधिकता से परेशान रहेंगे। नौकरी में अफसरों का सहयोग मिलेगा। कार्यक्षेत्र में परिवर्तन हो सकता है। आत्मविश्वास से लबरेज रहेंगे।
🎍कर्क राशि : (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डु, डे, डो)
मन शान्त रहेगा। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। कारोबार में कठिनाइयां आ सकती हैं। किसी मित्र के सहयोग से कारोबार में सुधार हो सकता है। नौकरी के लिए परीक्षा एवं साक्षात्कारादि कार्यों के सुखद परिणाम मिल सकते हैं। आय में वृद्धि होगी, लेकिन स्वभाव में चिड़चिड़ापन भी रहेगा। पारिवारिक जीवन सुखमय रहेगा। शैक्षिक कार्यों में सफलता मिलेगी। जीवनसाथी से वैचारिक मतभेद रहेंगे।
🎍सिंह राशि : (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आत्मविश्वास से लबरेज रहेंगे, परन्तु मन परेशान भी हो सकता है। शैक्षिक कार्यों के प्रति सचेत रहें। व्यवधान आ सकते हैं। जीवनसाथी के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। निराशा एवं असन्तोष के भाव मन में रहेंगे। किसी सम्पत्ति से धन की प्राप्ति हो सकती है। नौकरी में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। जिम्मेदारियों में वृद्धि होगी। वाहन सुख में कमी आएगी। माता से धन की प्राप्ति होगी।
🎍कन्या राशि : (ढो, प, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
मानसिक शान्ति रहेगी। पठन-पाठन में रुचि रहेगी। शैक्षिक या शोधादि कार्यों में सफलता मिलेगी। लेखन एवं बौद्धिक कार्यों में व्यस्तता बढ़ेगी। सम्मान की प्राप्ति हो सकती है। आत्मविश्वास भरपूर रहेगा, परन्तु अति उत्साही होने से बचें। शैक्षिक एवं शोधादि कार्यों के सुखद परिणाम मिलेंगे। खर्च बढ़ सकते हैं। धैर्यशीलता में कमी आएगी। जीवनसाथी को स्वास्थ्य विकार हो सकते हैं। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें।
🎍तुला राशि : (र, री, रू, रे, रो, ता, ति, तू, ते)
वाणी में मधुरता रहेगी, परन्तु मन अशान्त रहेगा। कुटुम्ब-परिवार में धार्मिक कार्य हो सकते हैं। जीवनसाथी के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। भागदौड़ अधिक रहेगी। आत्मविश्वास में कमी आ सकती है। पारिवारिक जीवन कष्टमय हो सकता है। कारोबार में व्यर्थ की भागदौड़ हो सकती है। वाणी में कठोरता का प्रभाव रहेगा। शैक्षिक कार्य में सफलता मिलेगी। वस्त्र उपहार में प्राप्त हो सकते है। लाभ के अवसर मिलेंगे।
🎍वृश्चिक राशि : (तो, न, नी, नू, ने, नो, या, यि, यू)
मन शान्त रहेगा। किसी पुराने मित्र से भेंट हो सकती है। नौकरी में तरक्की के अवसर मिल सकते हैं। कार्यक्षेत्र में वृद्धि हो सकती है। आय भी बढ़ेगी। बातचीत में सन्तुलित रहें। पिता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। किसी मित्र के सहयोग से सम्पत्ति से आय के साधन बन सकते हैं। धैर्यशीलता में कमी आएगी। संतान सुख में वृद्धि होगी। शैक्षिक कार्यों के सुखद परिणाम मिलेंगे। तनाव से बचकर रहें।
🎍धनु राशि : (य, यो, भा, भि, भू, ध, फा, ढ, भे)
व्यर्थ के क्रोध एवं झगड़े से बचें। परिवार में शान्ति बनाये रखने का प्रयास करें। भाइयों का साथ मिलेगा। परिश्रम अधिक रहेगा। खर्च बढ़ेंगे। क्रोध एवं आवेश के अतिरेक से बचें। वाहन के रखरखाव पर खर्च बढ़ सकते हैं। माता से धन की प्राप्ति हो सकती है। स्वभाव में चिड़चिड़ापन रहेगा। नौकरी में अफसरों से मतभेद हो सकते हैं। कोई अतिरिक्त जिम्मेदारी मिल सकती है। अति उत्साही होने से बचें।
🎍मकर राशि : (भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)
मन में उतार-चढ़ाव रहेंगे। बातचीत में संयत रहें। नौकरी में परिवर्तन के योग बन रहे हैं। किसी दूसरे स्थान पर जा सकते हैं। परिवार से दूर रहना पड़ सकता है। आत्मविश्वास भरपूर रहेगा, लेकिन आलस्य की अधिकता हो सकती है। कारोबार में परिवर्तन के योग बन रहे हैं। पिता का सहयोग मिलेगा। आय में व्यवधान एवं खर्चों की अधिकता रहेगी। शीत रोगों से पीड़ित हो सकते हैं। भाइयों का सहयोग मिलेगा।
🎍कुम्भ राशि : (गू, गे, गो, स, सी, सू, से, सो, द)
धैर्यशीलता बनाये रखने के प्रयास करें। वस्त्र उपहार में मिल सकते हैं। अनियोजित खर्चों में वृद्धि होगी। मित्रों का सहयोग मिलेगा। मन में निराशा के भाव आ सकते हैं। नौकरी में तरक्की के अवसर मिल सकते हैं, परन्तु कार्यक्षेत्र में परिवर्तन हो सकता है। आत्मविश्वास से लवरेज रहेंगे। पारिवारिक समस्याओं से परेशान रहेंगे। जीवनसाथी को स्वास्थ्य विकार रहेंगे। कार्यों के प्रति जोश एवं उत्साह रहेगा।
🎍मीन राशि : (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, च, ची)
किसी रुके हुए धन की प्राप्ति हो सकती है। नौकरी के लिए प्रतियोगी परीक्षा एवं साक्षात्कारादि कार्यों में सफलता मिलेगी। शासन-सत्ता का सहयोग मिलेगा। बातचीत में सन्तुलित रहें। शैक्षिक कार्यों में सफलता मिलेगी। बौद्धिक कार्यों से आय के साधन बन सकते हैं। सेहत का ध्यान रखें। वस्त्रों के प्रति रुझान रहेगा। जीवनसाथी को स्वास्थ्य विकार हो सकते हैं। किसी सम्पत्ति से आय के स्रोत विकसित हो सकते हैं।
🎍(पं. दाऊजी महाराज, वरिष्ठ ज्योतिषाचार्य एवं श्री अवध धाम मंदिर संस्थापक पानीपत) 🎍
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