Kuwait के दक्षिणि इलाके की एक इमारत में लगी आग में 42 भारतीयों की मौत हो गई। यह भीषण हादसा बुधवार को स्थानीय समयानुसार सुबह 4 बजे के करीब हुआ। आग जिस इमारत में लगी थी उसमें बड़ी संख्या में भारतीय मजदूर रह रहे थे। अधिकारियों का कहना है कि अब तक कुल 49 लोगों की मौत की पुष्मटि हुई है और इस संख्या में इजाफा हो सकता है। यह आग अल-मंगफ नाम की इमारत में लगी , जहां मजदूर रहते थे कुवैती मीडिया का कहना है कि कुछ लोगों की मौत आग में जलकर हुई है। वहीं बड़ी संख्या में लोगों की मौत धुंए के चलते दम घुटने से हुई । इस हादसे पर पीएम नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने दुख जताया है।
हादसे में मृतकों की संख्या इसलिए भी अधिक हो गई क्योंकि आग सुबह 4 बजे लगी, जिस दौरान लोग सो रहे थे। ऐसें में लोगों को बचने का मौका नहीं मिला और उनका नींद में रहने के दौरान ही दम घुट गया। इस बिल्डिंग को एनबीटीसी ग्रुप नाम की एक कंपनी ने ले रखा था और इसमें 195 मजदूर रह रहे थे। इनमें से ज्यादातर लोग भारत के केरल, तमिलनाडु और कुछ उत्तर भारत के राज्यों के थे।
पीएम मोदी ने की समीक्षा बैठक
वहीं बता दें कि भारत सरकार ने कुवैत में आग दुर्घटना में मारे गए भारतीय श्रमिकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है। यह सहायता राशि प्रधानमंत्री राहत कोष से दी जाएगी। पीएम मोदी ने बुधवार को यहां अपने सरकारी आवास सात लोक कल्याण मार्ग पर कुवैत में आग त्रासदी को लेकर समीक्षा बैठक की। प्रधानमंत्री ने इस दौरान दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
इस दौरान पीएम मोदी ने निर्देश दिया कि भारत सरकार को हर संभव सहायता प्रदान करनी चाहिए। विदेश राज्य मंत्री को राहत उपायों की निगरानी करने और पार्थिव शरीरों को शीघ्र वापस लाने के लिए तुरंत कुवैत के लिए रवाना कर दिया गया है। इस घटनाक्रम को लेकर पीएम आवास में हुई बैठक में विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर, विदेश राज्य मंत्री श्री कीर्तिवर्धन सिंह, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव प्रमोद कुमार मिश्रा, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहाकार अजीत डोभाल, विदेश सचिव विनय क्वात्रा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी बी उपस्थित थे।
शवों को वापिस लाने के लिए वायुसेना के विमान तैयार
कुवैत के अधिकारी मंगाफ इलाके की एक इमारत में लगी भीषण आग में मारे गये लोगों के शवों की डीएनए जांच कर रहे हैं और भारतीय वायुसेना के एक विमान को हादसे में मारे गये भारतीयों के शवों को वापस लाने के लिए तैयार रखा गया है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्देश पर विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह आग में झुलसे भारतीयों की सहायता की निगरानी करने और मारे गए लोगों के शवों को शीघ्र स्वदेश लाए जाने के लिए कुवैत रवाना हो चुके हैं।
अधिकारियों ने बताया कि अल-मंगाफ इमारत में आग लगने से कुल 49 लोगों की मौत हुई और माना जा रहा है कि उनमें से 42 भारतीय थे, शेष पाकिस्तान, फिलीपीन, मिस्र और नेपाल के नागरिक थे। विदेश मंत्रालय ने बुधवार रात एक बयान जारी कर कहा था, ‘‘कुवैत के मंगाफ क्षेत्र में एक आवासीय इमारत में आज (बुधवार) तड़के आग लगने की एक दुर्भाग्यपूर्ण एवं दुखद घटना में मारे गये लोगों में से करीब 40 के बारे में माना जा रहा है कि वे भारतीय थे।