दिल्ली में गणतंत्र दिवस के महत्वपूर्ण और गर्वशील दिन की शुरुआत ताजगंज, पुरानी दिल्ली और छत्तरपुर में भी धूमधाम से हुई। यहां भी बाल पुरस्कार विजेताओं ने प्रदर्शन किया और लोगों को साथी बनने के लिए प्रेरित किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश के 75वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर वॉर मेमोरियल पहुंचकर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की और देशवासियों को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दी। उन्होंने वहां 2 मिनट का मौन रखा और फिर गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल होने के लिए कर्तव्य पथ पर पहुंचे।

इस दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और फ्रांस के प्रेसिडेंट इमैनुएल मैक्रों भी बग्घी में कर्तव्य पथ के लिए निकले। इस गणतंत्र दिवस का विषय विकसित भारत और भारत-लोकतंत्र की मातृका (जननी) थी। परेड का आगाज 100 महिला म्यूजिशियनों ने किया, जो शंख, नगाड़े और अन्य पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ शानदार प्रस्तुति करने में सक्रिय रहीं। इसके साथ ही 100 महिला नृत्यांगनाएं भी अपने पारंपरिक पहनावे में लोक नृत्य करती नजर आईं। एयरफोर्स के 51 विमानों ने भी फ्लाईपास्ट में भाग लिया, जिसमें 29 फाइटर प्लेन्स, 7 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट, 9 हेलिकॉप्टर्स और एक हेरिटेज एयरक्राफ्ट शामिल थे। इस बार फ्रांसीसी सेना के राफेल भी पहली बार इस परेड में शामिल हुए।

राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेताओं की रही भागीदारी
दिनभर की इन घटनाओं का बड़ा हिस्सा राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेताओं की भागीदारी रही। 19 बच्चों ने परेड में शामिल होकर अपने क्षेत्रों में काम करने के लिए पुरस्कार प्राप्त किया और राष्ट्र को गर्वित किया। इसके साथ ही पहली बार परेड में दिल्ली पुलिस का सभी महिला बैंड में शामिल हुई। जिसे बैंड मास्टर सब इंस्पेक्टर रुयांगुनुओ केन्से ने नेतृत्व किया।

सीमा सुरक्षा बल की महिला टुकड़ी ने किया मार्च
कर्तव्य पथ पर पहली बार महिला ब्रास बैंड और सीमा सुरक्षा बल की महिला टुकड़ी ने मार्च किया। जिसे नारी शक्ति को समर्पित किया गया। सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा की महिला टुकड़ी ने भी मार्च किया और सेना की 11 इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर बटालियन की लेफ्टिनेंट कर्नल अंकिता चौहान ने मोबाइल ड्रोन रेडार दिखाया।

स्मार्ट ट्रांसपोर्टेशन की दिशा में महत्वपूर्ण कदम
पुलिस बैंड के बाद प्रदर्शन ने शुरू होने वाले राष्ट्रीय नागरिक यातायात की मार्ग में बदलाव की बात की और बताया कि यह स्मार्ट ट्रांसपोर्टेशन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि इससे यातायात सुरक्षित, तेज और सुगम होगा। जिसके बाद विभिन्न राज्यों के कला, साहित्य, सांस्कृतिक और जीवनशैली को प्रमोट करने वाले जुलूस में भाग लेने वाले लोगों की उमड़ी भीड़ देखने को मिली।

भारतीय सेना की तीन नारी ऑफिसर्स ने परेड में लिया भाग
राष्ट्रीय शाही जयपुर घुड़सवारी और अन्य उत्सवों के लिए पहली बार भारतीय तीरंदाजी और शिक्षा क्षेत्र के लिए भी पुरस्कृत किए गए। इसके बाद भारतीय सेना की तीन नारी ऑफिसर्स ने भी परेड में भाग लिया और लोगों को राष्ट्र की सुरक्षा के लिए समर्पित अपने परिश्रम का इजहार किया।

5 दिन पहले ही हर क्षेत्र में शुरू हो गया था कामकाज
सोमवार से ही राष्ट्रीय जीवन में हर क्षेत्र में कामकाज शुरू हो गया था। जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बजट सत्र की शुरुआत की और देशवासियों को संविधान दिवस की शुभकामनाएं दी थीं। इसके बाद उन्होंने राष्ट्रपति को संबिधान दिवस की शुभकामनाएं भेजी और उन्हें इस महत्वपूर्ण दिन की हार्दिक शुभकामनाएं दीं।

देश से जुड़ने का लेना चाहिए संकल्प
सभी वर्गों के लोग इस खास मौके पर अपने-अपने क्षेत्र में योगदान के लिए समर्थन मिला और उन्हें गर्व महसूस होता है कि वे अपने क्षेत्र में कुछ कर रहे हैं। इस दिन को याद करते हुए हम सभी को अपने देश के प्रति कर्तव्य और समर्पण की भावना से जुड़ने का संकल्प लेना चाहिए।

