●रंधावा का दावा- दिल्ली चुनावी हार के बाद AAP के कई विधायक पार्टी छोड़ सकते हैं।
● अरविंद केजरीवाल मंगलवार को पंजाब के सीएम भगवंत मान और विधायकों से दिल्ली में बैठक करेंगे।
● रंधावा का कहना- AAP के कई विधायक अन्य पार्टियों के संपर्क में हैं।
Punjab Midterm Elections: कांग्रेस सांसद और पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा ने बड़ा दावा किया कि पंजाब में जल्द ही मध्यावधि चुनाव हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) की करारी हार के बाद अब पार्टी के कई विधायक इस्तीफा दे सकते हैं। उधर चर्चा है कि केजरीवाल कुर्सी से दूर नहीं रह सकते और वह पंजाब का सीएम बनने की जुगत में हैं। इसके लिए केजरीवाल ने दिल्ली में बैठक भी बुलाई है। हालांकी इसे महज शगुफा आम आदमी पार्टी बता रही है।
उधर,रंधावा ने कहा कि दिल्ली में हार के बाद आप विधायकों में असंतोष बढ़ रहा है, जिससे कई नेता दूसरी पार्टियों के संपर्क में हैं। उन्होंने दावा किया कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान का अपनी ही पार्टी पर कोई नियंत्रण नहीं है, और आने वाले समय में यह संकट और गहरा सकता है।
इस बीच, आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल मंगलवार को दिल्ली में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, राज्य के मंत्रियों और पार्टी विधायकों से मुलाकात करेंगे। माना जा रहा है कि यह बैठक पार्टी के भीतर बढ़ते असंतोष और दिल्ली चुनाव में मिली हार को लेकर हो रही है।
रंधावा ने कहा कि दिल्ली चुनाव में हार के पीछे केजरीवाल का भ्रष्टाचार से जुड़ा बयान भी रहा, जिसमें उन्होंने कहा था कि “अगर मैं भ्रष्ट हूं, तो मुझे वोट मत देना।” दिल्ली के लोगों ने इसी बयान पर अपनी मुहर लगाते हुए आम आदमी पार्टी को बुरी तरह हरा दिया।
उन्होंने यह भी दावा किया कि AAP के कई विधायक भाजपा और कांग्रेस के संपर्क में हैं। हालांकि, उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व से अपील की कि वे AAP के विधायकों और मंत्रियों को पार्टी में शामिल करने से बचें। उनका कहना था कि अगर कुछ विधायक भाजपा में जाते हैं, तो उपचुनाव होंगे, और इससे पंजाब में राजनीतिक अस्थिरता पैदा हो सकती है।
रंधावा ने यह भी कहा कि भाजपा का पंजाब में कोई भविष्य नहीं है, इसलिए अगर AAP के विधायक पार्टी छोड़ते हैं, तो वे कांग्रेस में आना पसंद करेंगे।