➤ अहमदाबाद विमान हादसे में मृतकों की संख्या 275 पहुंची
➤ शवों को रखने के लिए 170 ताबूतों का ऑर्डर, पहचान की प्रक्रिया जारी
➤ पायलट का आखिरी मैसेज: “थ्रस्ट नहीं मिल रहा… नहीं बचेंगे”
Ahmedabad Plane Crash: अहमदाबाद एयरपोर्ट पर हुए भीषण विमान हादसे में अब तक 275 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। शवों की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रशासन ने 170 ताबूतों का ऑर्डर दिया है। बड़ोदरा के एक व्यापारी ने बताया कि एअर इंडिया के मैनेजर ने उनसे फोन पर ताबूतों की आपात सप्लाई मांगी।
DNA से हो रही पहचान, अब तक सिर्फ 19 शवों की पुष्टि
अहमदाबाद सिविल अस्पताल के डिप्टी सिविल सुपरिंटेंडेंट रजनीश पटेल के अनुसार,
अब तक 248 शवों के DNA सैंपल्स का क्रॉस वेरिफिकेशन हो चुका है, जिनमें से केवल 19 शवों का DNA मैच हुआ है।
शनिवार को एक महिला का शव उनके परिवार को सौंपा गया, जबकि शुक्रवार को 8 शव परिजनों को हैंडओवर किए गए।
अब तक कुल 9 शव सौंपे जा चुके हैं, जबकि 8 घायल अस्पताल में भर्ती हैं, जिनमें एक की हालत नाजुक है।
विमान की टेल में मिला एक शव, हो सकती है एयर होस्टेस
हादसे के बाद जब बीजे मेडिकल कॉलेज हॉस्टल से मलबा हटाया गया तो विमान के पिछले हिस्से (टेल) में एक शव फंसा मिला।
शव का पोस्टमॉर्टम हो चुका है।
संभावना जताई जा रही है कि यह शव विमान की एयर होस्टेस का हो सकता है, क्योंकि उस वक्त वह पीछे की ओर थी।
पायलट का आखिरी संदेश: ‘थ्रस्ट नहीं मिल रहा… नहीं बचेंगे’
पायलट सुमित सभरवाल का एयर ट्रैफिक कंट्रोलर (ATC) को भेजा गया आखिरी वॉइस मैसेज सामने आया है।
4-5 सेकेंड के इस संदेश में सुमित कह रहे हैं –
“मेडे, मेडे, मेडे… थ्रस्ट नहीं मिल रहा। पावर कम हो रही है, प्लेन उठ नहीं रहा। नहीं बचेंगे।”
यह संदेश साबित करता है कि टेकऑफ के कुछ सेकंड बाद ही विमान में तकनीकी खराबी आ गई थी, जिससे वह हवा में स्थिर नहीं हो पाया।
CCTV फुटेज में दिखा क्रैश का पल
अहमदाबाद एयरपोर्ट का CCTV फुटेज भी सामने आया है, जिसमें टेकऑफ के 49वें सेकंड में विमान का क्रैश होना साफ देखा जा सकता है।
विमान रनवे छोड़ने के तुरंत बाद ही लड़खड़ाने लगता है और कुछ सेकंड बाद वह अस्पताल परिसर पर आकर गिरता है।
यह फुटेज जांच कमेटी के लिए महत्वपूर्ण साक्ष्य बन सकता है।
जांच कमेटी गठित, 3 महीने में रिपोर्ट सौंपेगी
नागरिक उड्डयन मंत्री के. राममोहन नायडू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि
केंद्रीय गृह सचिव की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय जांच कमेटी का गठन किया गया है,
जो 3 महीने में हादसे की विस्तृत रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी।