दिल्ली और एनसीआर में दिवाली की रात हुई आतिशबाजी के बाद एक फिर प्रदूषण से आबोहवा खराब हो गई है। भले ही सुप्रीम कोर्ट की तरफ से इस बार भी पटाखों पर प्रतिबंध लगाया गया हो, लेकिन रात भर हुई आतिशबाजी ने इन आदेशों की धज्जियां उड़ा दी। दिवाली के बाद सोमवार को कई इलाकों से हैरान कर देने वाली तस्वीरें सामने आई हैं। इन तस्वीरों में धुंध की मोटी परत और पूरे शहर में भारी प्रदूषण नजर आ रहा है।
राजधानी में ही वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) लगातार गंभीर श्रेणी में बना हुआ है। बढ़ते प्रदूषण और जहरीली बनी हुई हवाओं के कारण ज्यादातर लोगों की आंखें, सीने और गले में खराश की समस्या हो रही है। सुप्रीम कोर्ट भी प्रदूषण पर दिल्ली और पंजाब सरकार को फटकार लगा चुकी है। बताया जा रहा है कि इस जहरीली हवा में सांस लेना लोगों की जान के लिए कितना खतरनाक है। ऐसे में सवाल यह उठता कि सरकार की तरफ से इस मामले पर अब तक चुप्पी क्यों बनी हुई है।
बता दें कि 12 नवंबर को सुबह 6 बजे रियल टाइम एक्यूआई 202 रिकॉर्ड किया गया था, जो 13 नवंबर यानि आज 900 के पार चला गया है। 23 घंटे के अंदर दिल्ली और एनसीआर में हवा और खराब हो गई है। इससे पहले दिल्ली में 9 और 10 नवंबर को बारिश हुई थी। इसके बाद हवा में प्रदूषण का स्तर करीब 50 प्रतिशत कम हो गया था। 11 व 12 नवंबर को दिल्ली में एक्यूआई 250 से कम था, लेकिन 13 नवंबर सुबह 6 बजे जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में रियल टाइम एक्यूआई 910, लाजपत नगर में 959 और करोल बाग में 779 दर्ज किया गया।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट की रोक के बावजूद दिवाली के दिन दिल्ली सहित देशभर में जमकर आतिशबाजी हुई। इसकी वजह से एयर क्वालिटी इंडेक्स 4 गुना से ज्यादा हो गया। पटाखों के धुएं से दिल्ली में काली धुंध छा गई। ऐसे में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया। इससे पहले वर्ष 2022 में दीपावली पर दिल्ली में एक्यूआई 312, वर्ष 2021 में 382, वर्ष 2020 में 414, वर्ष 2019 में 337, वर्ष 2018 में 281, वर्ष 2017 में 319 और वर्ष 2016 में 431 दर्ज किया गया था। हालांकि इस साल सुबह 7 बजे रियल टाइम ऑवरऑल एक्यूआई 275 दर्ज किया गया, जो 8 वर्ष में सबसे कम है।
दिल्ली से सटे यह 6 शहर देश में सबसे प्रदूषित
दिवाली के बाद दिल्ली से सटे शहरों की एयर क्वालिटी भी खराब हो गई है। वेदर एजेंली aqi.in के रियल टाइम डेटा के अनुसार 13 नवंबर को देश के 10 सबसे प्रदूषित शहरों में 6 नेशनल कैपिटल रीजन (NCR) के हैं। इनमें उत्तर प्रदेश के नोएडा, गाजियाबाद और हरियाणा के गुरुग्राम, फरीदाबाद, रोहतक और सोनीपत शामिल हैं।
दिल्ली एनसीआर के अलावा इन मेट्रो शहरों का भी हालत खराब
राजधानी दिल्ली के अलावा अन्य महानगरों में भी प्रदूषण की कारण हालात बिगड़े हुए हैं। कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में भी हवा की गुणवत्ता इस तरह बिगड़ी हुई है कि वहां रहने वालों की सेहत लगातार खराब हो रही है। अगर बात करें तो पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता की तो यहां केंद्रीय पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार वायु प्रदूषण सूचकांक 175 पर है। यह सामान्य से लगभग चार गुना ज्यादा है। हालांकि यह बहुत खराब नहीं है, लेकिन खराब स्तर पर है। ठीक इसी तरह भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई में भी वायु प्रदूषण सूचकांक 125 पर है, जो लगभग संतोषजनक है। तमिलनाडु के चेन्नई में 9 नवंबर को एक्यूआई 66 पर रहा।
एक्यूआई को लेकर सरकार ने उठाया क्या कदम
राजधानी दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बड़ा ऐलान किया है। केजरीवाल सरकार ने 9 से लेकर 18 नवंबर तक सभी स्कूलों में विंटर ब्रेक घोषित कर दिया। यानि अब बच्चों को मिलने वाली 10 दिनों की छुट्टियां दिसंबर के बजाय नवंबर में ही मिल जाएगी। इस छुट्टी को विंटर ब्रेक के साथ एडजस्ट कर दिया जाएगा। दिल्ली सरकार ने इस ऐलान के साथ कहा कि दिसंबर-जनवरी का विंटर ब्रेक अभी एडजस्ट किया जाएगा। दिल्ली सरकार ने यह कदम राजधानी में प्रदूषण की स्थिति को देखते हुए उठाया है, ताकि बच्चों को सुरक्षित रखा जा सके।
दिल्ली में ऑड-ईवन लागू करने के फैसले पर रोक, GRAP-IV लागू
दिल्ली में दिवाली के अगले दिन यानि 13 से 20 नवंबर तक लागू होने वाली ऑड-ईवन स्कीम पर फिलहाल दिल्ली सरकार ने रोक लगा दी है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने 10 नवंबर को कहा था कि बारिश के चलते हवा की गुणवत्ता में सुधार हुआ है। दीपावली के बाद एयर क्वालिटी का रिव्यू किया जाएगा। हवा की स्थिति बिगड़ी तो ऑड-ईवन स्कीम शुरू की जा सकती है।
बढ़ते प्रदूषण को लेकर दिल्ली में 5 नवंबर से GRAP का चौथा स्टेज लागू है। इसके तहत कॉमर्शियल गाड़ियों की एंट्री पर रोक लगा दी गई है। सब्जी, फल, दवा जैसे जरूरी सामान की आपूर्ति करने वाले, सीएनजी और इलेक्ट्रिक ट्रकों को छोड़कर बाकी ट्रकों की आवाजाही प्रतिबंधित है।
फिजिकल एक्सरसाइज से बचने की सलाह, दिवाली पर 100 जगह आग लगने की घटनाएं
दिल्ली सरकार ने दिवाली के बाद प्रदूषण बढ़ने के कारण लोगों को मॉर्निंग-इवनिंग वॉक और फिजिकल एक्सरसाइज से बचने की सलाह दी है। दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग ने 11 नवंबर को एडवाइजरी जारी की थी। इसमें लोगों से पटाखे ना जलाने की अपील की गई थी। इसके अलावा मच्छर भगाने वाली कॉइल या अगरबत्ती ना जलाने के लिए भी कहा गया था।
वहीं दिवाली की रात को दिल्ली में आग लगने की करीब 100 घटनाएं दर्ज की गईं। दिल्ली फायर सर्विस (DFS) के चीफ अतुल गर्ग के अनुसार 13 नवंबर शाम 6 बजे से रात 10:45 बजे के बीच आग लगने की घटनाओं को लेकर 100 कॉल रिकॉर्ड की गईं। रातभर दिल्ली पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम अलर्ट मोड़ पर रही।