राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग के सदस्य प्रो. योगेंद्र मलिक ने कहा कि दीनबंधु छोटू राम की आवाज पलवल से पेशावर तक गूंजती थी। छोटू राम ने युवाओं के अंदर राष्ट्रवाद की भावना को विकसित करने का कार्य किया था। प्रो. मलिक ने कहा कि खेल के क्षेत्र में हरियाणा प्रदेश पदकों की खदान है। प्रदेश के बेटे व बेटियों ने राष्ट्र का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया है।
राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग के सदस्य प्रो. योगेंद्र मलिक हरियाणा के जिला सोनीपत के मुरथल स्थित दीनबंधु छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में आयोजित अखिल भारतीय अंतर विश्वविद्यालय महिला बास्केटबॉल प्रतियोगिता के उद्घाटन के मौके पर बतौर मुख्यातिथि देशभर के खिलाड़ियों को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. श्रीप्रकाश सिंह ने की। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटी के संयुक्त सचिव बलजीत शेखों भी पहुंचे। आयोग के सदस्य प्रो. योगेंद्र मलिक ने कहा कि प्रदेश के युवा प्रात: सड़क के किनारे दौड़ते हुए और खेल का अभ्यास करते हुए मिल जाएगा। प्रदेश का युवा कोई तो खेल के क्षेत्र में राष्ट्र का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन करना चाहता है तथा कोई देश की सेना में शामिल होकर देश की रक्षा करना चाहता है।
राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग के सदस्य प्रो. मलिक ने कहा कि हमारे देश की बेटियां किसी भी क्षेत्र में कम नहीं है। वह हर क्षेत्र में राष्ट्र का नाम अंतरराष्ट्रीय स्त पर रोशन कर रही हैं। खेल के बिना आप अपने जीवन में सफल नहीं हो सकते। खेल के माध्यम से हमारे अंदर संघर्ष करने की भावना आती है। कोई भी सफल व्यक्ति है तो वह अपने जीवन में खिलाड़ी अवश्य रहा होगा, यह हो सकता है कि उसे कभी कोई खेल के क्षेत्र में स्वर्ण पदक न मिला हो, लेकिन वह अपने जीवन में खेल में जरूर भाग लिया होगा।
इस मौके पर कुलपति प्रो. श्री प्रकाश सिंह ने कहा कि खेल मानव जीपन का अभिन्न भाग है। इसके बिना अच्छे जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि खेल हमारे अंदर टीम की भावना पैदा करने का कार्य करता है। खेल के माध्यम से हम एक दूसरे की संस्कृति को सीखने का अवसर मिलता है। खेल के कारण व्यक्ति मानसिक व शारीरिक रूप से स्वस्थ रहता है।
एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटी के संयुक्त सचिव बलजीत शेखों ने विशिष्ट अतिथि के तौर पर संबोधित करते हुए कहा कि हमारा देश वर्ल्ड यूनिवर्सिटी में 1959 से भाग ले रहा है। 60 वर्ष में हमने 18 पदक जीते, लेकिन अबकी बार देश ने वर्ल्ड यूनिवर्सिटी में 26 पदक एक बार में जीते हैं। जिसमें 11 स्वर्ण पदक हैं। उन्होंने कहा कि एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटी जल्द ही विश्वविद्यालय स्तर पर विभिन्न खेलों में लीग प्रतियोगिता प्रारंभ करने जा रही है। इससे विश्वविद्यालय के खिलाड़ियों को लाभ होगा।
प्रतियोगिता के आयोजक सचिव व विश्वविद्यालय के खेल निदेशक डॉ. बीरेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि प्रतियोगिता का पहला मैच जीएनडीयू, अमृतसर व एमजीएम, बीकानेर के मध्य खेला गया। हाफ टाइम तक जीएनडीयू अमृतसर की टीम ने एमजीएम बीकानेर पर 24-14 से बढ़त बनाई थी। मैच के समापन पर जीएनडीयू अमृतसर की टीम ने एमजीएम बीकानेर को एकतरफा मैच में 73-47 से पराजित कर दिया। जीएनडीयू अमृतसर की मनीषा 18 प्वाइंट के साथ टॉप स्कॉरर रही, जबकि जसवीर कौर ने 15 प्वाइंट बनाए। एमजीएम बीकानेर की तरफ से भावना 15 प्वाइंट के साथ टॉप स्कॉरर रही, जबकि शिवानी ने 14 प्वाइंट बनाएं।
प्रतियोगिता का दूसरा मैच आईटीएम ग्वालियर व पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ के बीच खेला गया। हाफ टाइम तक आईटीएम ग्वालियर की टीम ने पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ पर 37-30 से बढत बनाई। मैच के समापन पर आईटीएम ग्वालियर की टीम ने पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ को 80-75 से पराजित कर दिया। आईटीएम ग्वालियर की रिया 30 प्वाइंट के साथ टॉप स्कॉरर रही, जबकि डिंपल ने 22 प्वाइंट बनाए। पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ की कनिष्का 24 प्वाइंट के साथ टॉप स्कॉरर रही, जबकि रिद्धि ने 18 प्वाइंट बनाएं।
प्रतियोगिता का तीसरा मैच मद्रास विश्वविद्यालय व बीएचयू वाराणसी के बीच खेला गया। हॉफ टाइम तक मैच मद्रास विश्वविद्यालय की टीम ने बीएचयू वाराणसी पर 29-22 से बढत बना ली थी। मैच के समापन पर मैच मद्रास विश्वविद्यालय की टीम ने बीएचयू वाराणसी को 68-41 से पराजित कर दिया। मद्रास विश्वविद्यालय की तरफ से शगुन पटेल 15 प्वाइंट के साथ टॉप स्कॉरर रही, जबकि आकांक्षा ने 14 प्वाइंट बनाएं। बीएचयू वाराणसी की हरिमा 14 प्वाइंट के साथ टॉप स्कॉरर रही, जबकि युवाश्री ने 18 व श्रुति ने 12 प्वाइंट बनाएं।
प्रतियोगिता का चौथा मैच एलपीयू फगवाड़ा व आरडीवीवी जबलपुर के मध्य खेला गया। हाफ टाइम तक मैच में मैच एलपीयू फगवाड़ा की टीम ने आरडीवीवी जबलपुर पर 38-11 से बढत बनाई। मैच के समापन पर मैच एलपीयू फगवाड़ा की टीम ने आरडीवीवी जबलपुर को 64-21 से पराजित कर दिया। एलपीयू फगवाड़ा की तरफ से यशमीत 12 प्वाइंट के साथ टॉप स्कॉरर रही, जबकि पल्लवी ने 11 प्वाइंट बनाएं। एलपीयू फगवाड़ा की शिवानी व रिंकी ने क्रमश 6-6, 14 प्वाइंट के साथ संयुक्त रूप से टॉप स्कॉरर रही, जबकि याशिमा ने 4 प्वाइंट बनाएं।
इस अवसर पर प्रतियोगिता के आयोजक सचिव व विश्वविद्यालय के खेल निदेशक डॉ. बीरेंद्र सिंह हुड्डा, प्रो. मनोज दूहन, प्रो. सुरेंद्र दहिया, छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. सुखदीप सिंह, प्रो. सुमन सांगवान, एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटी के आब्र्जवर प्रो. राकेश मलिक, नेशनल कोच जेएन नेहरा, डॉ. पूनम श्योराण, डॉ. शंकर, डॉ. मुकुंद, डॉ. सत्यपाल, प्रेम सिंह, धर्मबीर दलाल, सतबीर कलकल व रोहतास दहिया मौजूद रहे।