दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के कोकरनाग में वीरवार को दूसरे दिन एक बार फिर सुरक्षा बलों की ओर से ऑपरेशन शुरू किया गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इलाके में छिपे आतंकियों के खात्मे के लिए पैरा कमांडो भी मैदान में उतारे गए हैं। जम्मू कश्मीर पुलिस के अनुसार इलाके में उजैर खान समेत दो आतंकियों को घेरा गया है। दोनों आतंकी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े हुए बताए गए हैं। बताया जा रहा है कि घटनास्थल पर गोलीबारी जारी है।
अधिकारियों का कहना है कि गाडोले इलाके में 12 सितंबर मंगलवार को आतंकियों के खिलाफ अभियान शुरू किया गया था। जिसे रात में रोक दिया गया। बुधवार सुबह फिर से आतंकवादियों की तलाश शुरू की गई। इसके बाद सूचना मिली कि आतंकवादियों को एक ठिकाने पर देखा गया है। अधिकारी के अनुसार बुधवार को अभियान के दौरान अगुवाई कर रहे कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष, जम्मू कश्मीर पुलिस के डीएसपी हुमायूं भट्ट गोलीबारी में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। बाद में उनकी मृत्यु हो गई। बताया जा रहा है कि हुमायुं भट्ट की जान अत्यधिक खून बह जाने के कारण गई है।
क्या है आतंकवादियों की बौखलाहट का राज?
बता दें कि दिसंबर 2021 से अगस्त 2023 के बीच घाटी के सभी बड़े आतंकवादी संगठनों के शीर्ष कमांडर ढेर हो चुके हैं। जिनमें हिजबुल का डिवीजनल कमांडर मुनीर हुसैन, लश्कर-ए-तैय्यबा का कमांडर मुख्तार भट, लश्कर कमांडर यूसुफ कांत्रू, जैश ए मोहम्मद का शीर्ष कमांडर जाहिद वानी, हिजबुल मुजाहिद्दीन का कमांडर फिरोज अहमद डार शामिल हैं। इसके बाद से पाकिस्तान और आतंकवादी संगठन बौखलाए हुए हैं। यह सुरक्षा बलों पर पलटवार के लिए उतावले हैं। जिसके नतीजे के तौर पर वो घात लगाकर हमला कर रहे हैं। बता दें कि 20 अप्रैल 2023 को जम्मू-कश्मीर के पुंछ में राष्ट्रीय रायफल्स के जवानों के ट्रक पर घात लगाकर हमला किया गया था। यह हमला आतंकवादियों ने सेना की गाड़ी पर असॉल्ट राइफल और ग्रेनेड से किया था। जिसमें 5 जवान शहीद हो गए थे।
कौन हैं घाटी में छिपे दोनों आतंकी?
अनंतनाग में हमला करने वाले दोनों आतंकवादियों को सुरक्षा बलों ने घेर लिया है। दोनों पाकिस्तानी मूल के आतंकी हैं। एक द रसिस्टेंस फ्रंट का कमांडर बाशित डार है तो दूसरा लश्कर-ए-तैय्यबा का आतंकी यूजेर है। जिन्हें ढेर करने के लिए भारतीय सेना ने ऑपरेशन शुरू कर दिया है। सुरक्षा बलों की ओर से गोलीबारी जारी है।
इस वर्ष मारे गए कितने आतंकी
एक न्यूज एजेंसी के अनुसार इस वर्ष राजौरी और पूछे के सीमावर्ती जिलों में हुई मुठभेड़ के दौरान करीब 26 आतंकवादी मारे गए हैं। साथ ही मुठभेड़ में 10 सुरक्षा कर्मी भी शहीद हो गए हैं। अधिकारियों के अनुसार ज्यादातर आतंकवादी सीमा पार से इस ओर घुसने का प्रयास करते समय मारे गए। रियासी जिले के चसाना इलाके के पास के गली सोहाब गांव में 4 सितंबर को एक आतंकवादी मारा गया था। इस दौरान दो सुरक्षाकर्मी भी घायल हो गए थे।