खेल मंत्रालय की ओर से भारतीय कुश्ती महासंघ की नई इकाई के निलंबन के बाद बाहूबली भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह कैमरे के सामने आए। उनका कहना है कि कुश्ती महासंघ के चुनाव लोकतांत्रिक तरीके से सुप्रीम कोर्ट के आदेश और सरकार की सहमति पर ही हुए थे। ऐसे में नई इकाई को इस मामले में सरकार से बात करनी है या कानूनी सलाह लेनी है, यह मेरा कार्य नहीं है। मुझे अब बहुत काम हैं। साक्षी मलिक पर पूछे सवाल का जवाब देते हुए बृजभूषण शरण ने कहा कि उन्होंने सन्यास ले लिया तो हमने भी सन्यास ले लिया।
संजय सिंह के करीबी होने के सवाल पर सिंह ने कहा कि वह 15 साल से कुश्ती से जुड़े हैं। साथ काम किया है, ऐसे में संबंध होना या दोस्ती होना बड़ी बात नहीं है। कुश्ती में ऐसा कोई नहीं है, जिससे मेरी जान-पहचान नहीं होगी। बृजभूषण ने दबदबे के सवाल पर कहा कि जो आई वो गई, अब मुझे आगे देखना है। वह भविष्य में कभी चुनाव नहीं लड़ेंगे। कुश्ती महासंघ की नई इकाई के निलंबन पर शरण सिंह ने कन्नी काटते हुए कहा कि यह मेरा सवाल नहीं है। खेल मंत्री और इकाई से उनकी कोई बात नहीं हुई है। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि आप लोग इंतजार कर रहे थे, आप लोगों के चाहने पर ही वह सबके सामने आए हैं।

बृजभूषण ने कहा कि यौन उत्पीड़न का मामला कोर्ट में विचाराधीन है, इसलिए उस पर टिप्पणी करना उचित नहीं है। कोई व्यक्तिगत क्या कहता है, इससे मेरा कोई लेना-देना नहीं है। 11 महीने से गघिया रहे हैं, जो नहीं कहना चाहिए, वो भी कह रहे हैं। हम अपना काम कर रहे हैं।

यौन उत्पीड़न मामले में पहले दिन से ही हो रही राजनीति
बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि यौन उत्पीड़न मामले में पहले दिन से ही राजनीति है। इसमें कौन शामिल नहीं हुआ, कांग्रेस भी शामिल हुई और टुकड़े-टुकड़े गैंग और आम आदमी पार्टी भी शामिल हुई। हम सिर्फ झेल रहे हैं। उन्होंने कहा कि 11 महीनों की बातें सबके सामने आ चुकी है। देश और मीडिया के सामने भी आ चुकी हैं, उन बातों को दोहराने से कोई फायदा नहीं है। अब जो कुछ भी कहना होगा, महासंघ की नई इकाई कहेगी।

गालियां देने वाले को क्या दे सकता हूं सलाह, यह उनका निर्णय
बजरंग पूनिया के पद्मश्री लौटाने के सवाल पर शरण सिंह ने कहा कि जो हमें गालियां देता हो, मैं उन्हें क्या सलाह दे सकता हूं। यह उनका स्वयं का निर्णय है। यह मेरा विषय नहीं है। बृजभूषण ने कहा कि कुश्ती के लिए मैंने 12 साल तक काम किया है, वह आगे भी काम करते रहेंगे। इन 12 सालों में मैंने गलत किया या सही किया, इसका मूल्याकंन समय करेगा। कुश्ती खेल से मैं सन्यास ले चुका हूं। हालांकि अकादमी में 150 बच्चे प्रशिक्षण ले रहे हैं। हालांकि मैं कोई बड़ा पहलवान नहीं था, फिर भी मेरे कान टूटे हैं।

उन्होंने कहा कि मेरे बाबा और पिता भी कुश्ती लड़ते थे। पहले गांवों में जिम नहीं होते थे। हर आदमी शोक से अखाड़े में जाया करते थे। अब वह सिर्फ अपनी अकादमी की तरफ ध्यान देंगे। नई इकाई चुनने के बाद कुश्ती संघ से उनका कोई लेना-देना नहीं है। बृजभूषण ने फिर बात दोहराते हुए कहा कि हम किसी खिलाड़ी के बारे में कुछ नहीं कहना चाहते, हमारे कहने पर फिर विवाद खड़ा हो जाएगा।

20 साल तक मोदी के हिसाब से होगी देश की राजनीति
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में पीएम मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार पूर्ण बहुमत के साथ आएगी। देश की राजनीति 20 साल तक मोदी के हिसाब से ही होगी। मुझे उनकी टक्कर में कोई दिखानी नहीं देता है और 20 साल तक मोदी ही देश के नेता रहेंगे। इस देश की जनता अभी नरेंद्र मोदी को छोड़ने वाली नहीं है। उन्होंने कहा कि वह वर्ष 2024 का चुनाव केसरगंज से ही लड़ेंगे। बाकी जैसे पार्टी चाहेगी, वह स्वीकार होगा। वह लगातार अपने नेताओं के संपर्क में रहते हैं।

पोस्टर मैंने नहीं समर्थकों ने लगाए, अहंकार की बू आई तो हटवा दिया
बृजभूषण ने दबदबे के सवाल पर 21 दिसंबर को चुनाव के बात यह बात साबित हो चुकी है। उन्हें अब आगे के काम संभालने हैं। उनका कुश्ती से अब कोई नाता नहीं रहा है। आगे चुनाव हैं और भी बहुत काम हैं, वह अपना काम देखेंगे। पोस्टर वाली बात पर शरण सिंह ने कहा कि यह पोस्टर उनके समर्थकों ने लगाए थे। उन्होंने किसी प्रकार के पोस्टर नहीं लगवाएं। लोगों ने भी उन्हें इस बारे में कहा था, उन्हें भी थोड़ी अहंकार की बू आ रही थी, यह बात गलत लगी तो उन्होंने पोस्टर को हटवा दिया।