जब देश की संसद की मर्यादा ही भंग होने लगे तो जान लीजिए कि कुछ गड़बड़ है। नेताओं के धर्म पर टिप्पणी जैसी घटनाएं सामने आना और उन पर हंसी के गुब्बार छूटने का मतलब है कि प्रतिनिधि अपना आचरण भूल गए हैं। ऐसा ही कुछ संसद में भाजपा और बसपा सांसद के बीच हुआ। भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी ने संसद में चंद्रयान-3 की चर्चा के दौरान बसपा सांसद कुंवर दानिश अली के खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग किया। जब विवाद बढ़ने लगा तो रमेश बिधूड़ी को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। साथ ही उन्हें पार्टी की अनुशासन समिति को 15 दिन में नोटिस का जवाब भी देना होगा।
उधर संसद में सांसदों के बीच टिप्पणियों का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। सांसद रमेश बिधूड़ी संसद में अपनी आपत्तिजनक बयानबाजी को लेकर चर्चा में हैं। वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार देर शाम बसपा सांसद दानिश अली से उनके आवास पर मुलाकात की। राहुल ने दानिश अली को गले लगाने की फोटो एक्स पर भी शेयर की है। जिसे ‘नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान’ हेड लाइन दी गई है। इस दौरान कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल राहुल के साथ मौजूद थे। बता दें कि भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी ने एक मिनट तक लगातार सांसद दानिश अली को अपशब्द कहें। जब रमेश बिधूड़ी अपशब्दों का प्रयोग कर रहे थे, तब अध्यक्ष की आसंदी पर कोडिकुन्नील सुरेश बैठे थे। उन्होंने बिधूड़ी से बैठने को कहा, लेकिन वह चुप नहीं हुए।
विपक्ष भाजपा और सांसद रमेश बिधूड़ी को बना रहा निशाना
इस घटना के बाद विपक्ष भाजपा और रमेश बिधूड़ी को अपना निशाना बना रहा है। वहीं संसद की इस घटना के दौरान भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद और डॉ. हर्षवर्धन हंसते नजर आए। विपक्ष की तरफ से हंगामा होने पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने खड़े होकर कहा था कि यदि सांसद की टिप्पणी से विपक्ष आहत हुआ है तो वह खेद व्यक्त करते हैं। रमेश बिधूड़ी ने कहा था कि उन्हें कुछ नहीं बोलना, जो हुआ संसद के अंदर हुआ, वह संसद के बाहर चर्चा नहीं करेंगे। उधर, सदन की कार्यवाही से सांसद बिधूड़ी की ओर से इस्तेमाल किए गए अपशब्दों को हटा दिया गया। हालांकि भाजपा सांसद के इस दुर्व्यवहार का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
विपक्ष ने की सांसद रमेश के सदन से निलंबन की मांग, दानिश बोलें संसद छोड़ने से भी नहीं हटेंगे पीछे
लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी को नोटिस जारी कर चेताया है कि सदन में ऐसा व्यवहार दोबारा होने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। भाजपा ने भी रमेश बिधूड़ी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। वहीं कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने रमेश बिधूड़ी के सदन से निलंबन की मांग कर रही है।
उधर बसपा सांसद दानिश अली का कहना है कि उन्होंने लोकसभा स्पीकर को चिट्ठी लिखकर मामले को प्रिविलेज कमेटी में भेजने की मांग की है। जब मेरे जैसे निर्वाचित सदस्य का यह हाल है तो सामान्य व्यक्ति का क्या हाल होगा। मुझे उम्मीद है कि न्याय जरूर मिलेगा। लोकसभा स्पीकर मामले की जांच करवाएंगे। दानिश अली ने कहा कि वह इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। रमेश बिधूड़ी पर कार्रवाई नहीं हुई तो वह संसद को छोड़ने से भी पीछे नहीं हटेंगे।