Kisan Andolan 2 Live Updates : हरियाणा-पंजाब के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर एमएसपी सहित अन्य मांगों को लेकर किसानों का 13 फरवरी से धरना-प्रदर्शन जारी है। किसानों के आंदोलन को 17 दिन बीत चुके हैं, लेकिन केंद्र सरकार की तरफ से अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है। वहीं खनौरी बॉर्डर पर युवा किसान शुभकरण की मौत और वीरवार को अंतिम संस्कार के बाद एक बार फिर किसानों के दिल्ली कूच पर ब्रेक लग गया है।
किसान नेताओं का कहना है कि अब संयुक्त किसान मोर्चा (अराजनैतिक) सभी किसान संगठनों को एकजुट करेगा। शुभकरण की आत्मिक शांति के लिए अंतिम अरदास के दिन दिल्ली कूच पर आगामी फैसला लिया जाएगा। गौरतलब है कि गत दिनों बठिंडा के किसान शुभकरण सिंह की मौत के बाद से किसानों ने दिल्ली कूच का फैसला 29 फरवरी तक टाला था। 29 फरवरी को सभी की नजरें किसान नेताओं के फैसले पर टिकी हुई थी, लेकिन वीरवार को भी किसानों के दिल्ली कूच को लेकर कोई नई घोषणा नहीं की गई।
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर और जगजीत दल्लेवाल का कहना है कि शुभकरण की आध्यात्मिक शांति के लिए 3 मार्च को अंतिम अरदान की जाएगी। ऐसे में किसान पंजाब और हरियाणा की सीमाओं पर डटे रहेंगे और आंदोलन अभी खत्म नहीं होगा। किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद की गारंटी, डॉ. स्वामीनाथन आयोग के फैसले के अनुसार फसल के दाम और किसान-मजदूरों का कर्ज माफ होने तक आंदोलन जारी रहेगा।
किसान नेता जगजीत दल्लेवाल का कहना है कि शुभकरण ने धैर्य के साथ सरकार के अत्याचारों से लड़ने के लिए बलिदान दिया है। किसान वर्ग सरकार को सबक सिखाकर ही रहेगा। उन्होंने कहा कि किसानों के दबाव में सरकार ने शुभकरण को शहीद घोषित कर दिया। ऑफ सीजन में गन्ने के दाम बढ़ने ही थे। हरियाणा में सरकार को कर्ज पर ब्याज और जुर्माना माफ करना पड़ा। डल्लेवाल ने सभी किसान संगठनों से 3 मार्च को शुभकरण की अंतिम प्रार्थना में शामिल होने की अपील की है।
वहीं किसान नेता सरवन सिंह पंधेर का कहना है कि अपनी मांगों को लेकर आंदोलन जारी है। 3 मार्च को गांव बल्लो की दाना मंडी में भोग कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को पंजाब और हरियाणा के किसान आंदोलन से प्यार है, उन्हें यहां आना चाहिए। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के अर्धसैनिक बलों ने किसान को शहीद किया है। देश की 140 करोड़ जनता मोदी सरकार को इसका जवाब देगी।
बताया जा रहा है कि अब पंधेर व दल्लेवाल ग्रुप के दोनों फोरम संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा से भी 6 सदस्यीय कोआर्डिनेशन कमेटी बनेगी। कमेटी के नाम तय हैं और दोनों कमेटी की शुक्रवार को बैठक होगी। किसान संघर्ष कमेटी के प्रदेश नेता सतनाम सिंह पन्नू का कहना है कि कोआर्डिनेशन कमेटी ने संपर्क किया है, बातचीत हुई है। इसलिए एसकेएम, केएमएम के दोनों से 6 सदस्यीय कोआर्डिनेशन कमेटी बना रहे हैं।