IT Raid On Dheeraj Sahu : कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज कुमार साहू की शराब बनाने वाली एक कंपनी के खिलाफ टैक्स चोरी के मामले में पश्चिम बंगाल, झारखंड और ओडिशा के कई ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी शनिवार को चौथे दिन भी जारी है। इनकम टैक्स अधिकारियों ने अब तक कैश से भरे 156 बैग बरामद किए हैं। जिसमें 225 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी मिली है। आयकर विभाग के सूत्रों के अनुसार रांची स्थित धीरज साहू के आवास से आयकर अधिकारियों की टीम शनिवार सुबह तीन बैग लेकर निकली। इन बैगों में धीरज साहू के आवास से बरामद आभूषण भरे गए हैं।
गौरतलब है कि आयकर विभाग ने कांग्रेस के राज्यसभा धीरज साहू के झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा के करीब 10 ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की है। यह कार्रवाई 6 दिसंबर को शुरू की गई थी, जो अब तक जारी है। इस दौरान इतना कैश मिला है कि विभाग को ट्रक में लोड करके ले जाना पड़ा है। रिपोर्ट की मानें तो दो दिन बाद भी नोटों की गिनती का काम अधूरा है। अब तक 200 करोड़ रुपये से ज्यादा कैश की गिनती होने की बात सामने आई है। बताया जा रहा है कि कुल करीब 300 करोड़ रुपये के आसपास कैश पाया जा सकता है। इससे पहले शुक्रवार को 9 अलमारियों से नोटों के बंडल भरे हुए पाए गए थे। ऐसी ही कुछ अलमारियों की तस्वीरें भी सामने आई थी। जिनमें से बड़ी मात्रा में कैश बरामद किया गया।

कांग्रेस सांसद के यहां मिले भारी मात्रा में कैश के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। जिसमें उन्होंने लिखा है कि देशवासी इन नोटों के ढेर को देखें और इनके नेताओं के ईमानदारी के भाषणों को सुनें। यह जनता से लूटा गया है, जिसकी पाई-पाई लौटानी पड़ेगी, यह मोदी की गारंटी है।

माना जा रहा है कि यह पैसा गिनते-गिनते मशीन भी खराब हो जा रही थी। बताया जा रहा है कि यह देश में वैध तरीकों से जब्त की गई अब तक की सबसे बड़ी रकम हो सकती है। इतनी बड़ी मात्रा में कैश राशि का मिलना इसलिए भी चौंकाता है, क्योंकि वर्ष 2018 के चुनावी हलफनामे में साहू ने अपने ऊपर 2.36 करोड़ रुपये का कर्ज बताया था। कुल संपत्ति 34 करोड़ बताई थी। वर्ष 2016-17 में जो इनकम टैक्स रिटर्न भरा था, उसमें अपनी आमदनी एक करोड़ रुपये से कुछ ही ज्यादा बताई थी। दूसरी ओर राज्य के चर्चित उद्योगपति रामचंद्र रुंगटा के व्यापारिक समूह के 18 और उनके सहयोगी ग्रीन टेक के 25 सहित कुल 43 ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की जा रही है। साथ ही अवैध खनन और मनी लांड्रिंग मामले में वीरवार को 8 ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की गई।

गौरतलब है कि धीरज कुमार साहू का यह राज्यसभा में तीसरा कार्यकाल है। पहली बार वह जून 2009 में चुनकर आए। फिर वर्ष 2010 और इसके बाद वर्ष 2018 में तीसरी बार संसद के उच्च सदन में पहुंचे। धीरज साहू झारखंड की चतरा सीट से दो बार लोकसभा का चुनाव भी लड़ चुके हैं, लेकिन दोनों ही बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा। वहीं मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि आयकर विभाग ने छापा मार कार्रवाई के दौरान कांग्रेस के राज्यसभा सांसद की कंपनी के कई खातों को फ्रीज कर दिया है। मामले में ज्यादा मात्रा में कैश की बरामदगी होने के कारण प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) शामिल हो सकती है। बताया जा रहा है कि आयकर विभाग की 40 सदस्यीय टीम ने बुधवार सुबह 6:30 बजे ओडिशा के बौध, बोलांगीर, रायगढ़ा और संबलपुर, झारखंड के रांची-लोहरदगा और कोलकाता में एक साथ छापामार कार्रवाई की।

बीडीपीएल में शामिल हैं 3 कंपनियां, रिश्तेदारों के नाम पर भी बड़ा कारोबार
बता दें कि बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड (बीडीपीएल) के कार्यालय की अलमारियों और बेड से यह बड़ा कैश बरामद हुआ है। बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड एक साझेदारी फर्म बताई जा रही है। इस कंपनी में बलदेव साहू इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड, क्वालिटी बॉटलर्स प्राइवेट लिमिटेड और किशोर प्रसाद विजय प्रसाद बेवरेज प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं। कांग्रेस सांसद धीरज साहू के रिश्तेदारों के नाम ओडिशा में शराब का बड़ा कारोबार है। बलदेव साहू एंड ग्रुप ऑफ कंपनीज मूलरूप से झारखंड के जिला लोहरदगा की है। वहीं पर यह छापामार कार्रवाई की गई है। बताया जा रहा है कि अभी कैश की गिनती पूरा होने में दो दिन का और समय लग सकता है।

200 करोड़ रुपये कैश में 500, 200 और 100 के नोटों की गड्डियां बरामद
गौरतलब है कि धीरज कुमार साहू राज्यासभा सांसद के साथ एक बड़ा उद्योगपति भी हैं। वह शराब बनाने वाली कंपनी बलदेव साहू एंड ग्रुप ऑफ कंपनीज से जुड़े हैं। आयकर विभाग ने बलदेव साहू कंपनी के बोलांगीर स्थित कार्यालय से 30 किलोमीटर दूर सतपुड़ा कार्यालय में छापा मारकर 200 करोड़ रुपये का कैश बरामद किया। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इन नोटों के बंडल कार्यालय की 9 अलमारियों में भरकर रखे गए थे। इन बंडलों में 500, 200 और 100 रुपये के नोटों की गड्डियों शामिल थी। इतनी बड़ी मात्रा में कैश की बरामदगी होना आयकर विभाग की टीम के लिए भी झंझट से कम नहीं था, इसलिए कैश को मशीनों से गिनकर 157 बैगों में भरा गया। जब बैग कम पड़ गए तो आईटी टीम को बोरियों का सहारा लेना पड़ा। कैश को बैगों के बाद बोरियों में भरकर एक ट्रक में लोडकर बैंक ले जाया गया।

बलदेव साहू एंड ग्रुप ऑफ कंपनीज में परिवार भी बिजनेसमैन
बताया जा रहा है कि बलदेव साहू एंड ग्रुप ऑफ कंपनीज पश्चिमी ओडिशा की सबसे बड़ी देशी शराब निर्माता और विक्रेता कंपनियों में से एक है। इस कंपनी में कांग्रेस सांसद धीरज साहू के अलावा उनके परिवार के अन्य भी बिजनेसमैन के रूप में कार्यरत हैं। धीरज साहू सहित राजकिशोर साहू, स्वराज साहू और परिवार के अन्य सदस्य कंपनी को संभाल रहे हैं। ओडिशा में कारोबार की देखरेख उनके भाई संजय साहू और दीपक साहू के कंधों पर है। आयकर विभाग ने उनसे जुड़ी सभी कंपनियों को ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की है। बता दें कि बलदेव साहू इंफ्रा लिमिटेड फ्लाई ऐश ब्रिक्स बनाने का काम करती है और अन्य तीन कंपनियां शराब कारोबार में सम्मिलित हैं।