छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय होंगे। रायपुर के बीजेपी प्रदेश कार्यालय में विधायक दल की बैठक में उन्हें विधायक दल का नेता चुना गया है। तीनों पर्यवेक्षकों के सामने रमन सिंह ने इसका प्रस्ताव रखा।
विष्णुदेव साय कुनकुरी से विधायक और बड़े आदिवासी नेता हैं। वे 2 बार छत्तीसगढ़ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री भी रहे हैं। चुनावी रैली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि इन्हें जिताइए, मैं इनको बड़ा आदमी बना दूंगा। साय ने कहा सबसे पहले आवास का काम होगा मुख्यमंत्री बनने के बाद विष्णुदेव साय ने कहा कि आज छत्तीसगढ़ विधायक दल की बैठक में सर्व सहमति से अपना नेता चुना है। इस अवसर पर मैं बहुत आनंदित हूं और सबसे पहले मैं बीजेपी को धन्यवाद देता हूं। मैं पूरी ईमानदारी के साथ सबके विश्वास पर खरा उतरने का प्रयास करूंगा और मोदी की गारंटी को पूरा करने का शत प्रतिशत काम करूंगा। 18 लाख आवास का काम सबसे पहले करूंगा। वहीं रमन सिंह, अरुण साव समेत कई दिग्गजों ने विष्णुदेव साय का स्वागत किया। वहीं बीजेपी प्रभारी ओम माथुर ने कहा कि अनुभवी कार्यकर्ता, अटल के कार्यकाल में मंत्री रहे कार्यकर्ता को मुख्यमंत्री बनाया गया है, इससे अच्छा और क्या हो सकता है।

बीजेपी ने साय को चुनकर अनुसूचित जनजाति को दिया सम्मान
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि विष्णु देव साय को भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने पर बधाई। नवा छत्तीसगढ़ की न्याय और प्रगति यात्रा को आप मुख्यमंत्री के रूप में आगे बढ़ाएं, ऐसी कामना करता हूं। रायपुर दक्षिण सीट से विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने उन्हें चुनकर देश की अनुसूचित जनजाति को सम्मान दिया है। उप मुख्यमंत्री को लेकर केंद्रीय नेतृत्व ही जानकारी देगा। विधायक केदार कश्यप ने कहा कि वरिष्ठ नेता और सांसद के रूप में उन्होंने जिम्मेदारी को संभाला है। अब वे मुख्यमंत्री के रूप में अपना दायित्व संभालेंगे।
तीन चरणों में बैठक के बाद हुआ निर्णय
इसमें बीजेपी की तीन चरणों में हुई बैठक की बात भी है। सबसे पहले तीनों पर्यवेक्षक अर्जुन मुंडा, सर्बानंद सोनोवाल और दुष्यंत कुमार गौतम ने प्रदेश प्रभारी ओम माथुर, नितिन नबीन और अजय जामवाल के साथ चर्चा की। फिर संगठन महामंत्री पवन साय और रमन सिंह के साथ तीनों पर्यवेक्षक ने बैठक कर उनकी राय जानी। तीसरे चरण में विधायक दल की बैठक हुई। बैठक में विष्णुदेव साय के नाम पर मुहर लगी उन्हें विधायक दल का नेता चुना गया।