Gujrat के पोरबंदर में रविवार को भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) का एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर ध्रुव एक नियमित प्रशिक्षण उड़ान के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस दर्दनाक हादसे में हेलीकॉप्टर में सवार तीन लोग अपनी जान गंवा बैठे। प्रारंभिक जांच में लैंडिंग के समय हेलीकॉप्टर में तकनीकी खराबी की संभावना जताई गई है, जिसके बाद कोस्ट गार्ड ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
क्या तकनीकी खामियों ने ली जान?
भारतीय तटरक्षक बल के कमांडर अमित उनियाल ने इस हादसे की पुष्टि करते हुए बताया कि यह दुर्घटना रविवार सुबह पोरबंदर के कोस्ट गार्ड एयर एन्क्लेव में हुई। हेलीकॉप्टर के क्रैश होने के बाद घायल हुए दो लोगों ने अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया, जबकि एक अन्य व्यक्ति ने हेलीकॉप्टर से कूदने के बाद मौत को गले लगा लिया।
क्या यह हेलीकॉप्टर की सुरक्षा में बड़ी चूक है?
इस घटना की गंभीरता इस तथ्य से और बढ़ जाती है कि दो महीने पहले भी एक ध्रुव हेलीकॉप्टर अरब सागर में क्रैश हुआ था। उस दुर्घटना की जांच जारी है और अब ताजा घटना ने तटरक्षक बल के हेलीकॉप्टरों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
क्या था ध्रुव हेलीकॉप्टर का कनेक्शन?
कोस्ट गार्ड के पास 16 एएलएच ध्रुव हेलीकॉप्टर हैं, जो बेंगलुरु स्थित हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) द्वारा बनाए गए हैं। यह वही हेलीकॉप्टर था जो दो महीने पहले भी अरब सागर में दुर्घटनाग्रस्त हुआ था, और अब एक और घटना ने इसके फ्लाइट सेफ्टी रिकॉर्ड पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
HAL ने किया था सुरक्षा अपग्रेडेशन
गुजरात में हुई दुर्घटना ऐसे समय में हुई है, जब हिन्दुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड ने पिछले दो माह में ही ध्रुव फ्लीट के लिए सेफ्टी अपग्रेडेशन का काम पूरा किया था। लेकिन यह घटना फिर से उस अपग्रेडेशन के बावजूद हुई है, जिससे स्वदेशी हेलीकॉप्टर की डिजाइन और सुरक्षा प्रणाली पर नए सवाल उठने लगे हैं।







