WFI Election : कई रूकावटों के बाद भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष पद का चुनाव आज होने जा रहा है। इसके लिए मैदान में दो दावेदार बताए जा रहे हैं। इनमें एक दावेदार विवादों में रहे बृजभूषण शरण सिंह खेमे की ओर से संजय सिंह हैं, जो बृजभूषण के करीबी हैं। वहीं दूसरी प्रधान पद की दावेदार पहलवान अनीता श्योराण है। अनीता कॉमनवेल्थ गेम में स्वर्ण पदक विजेता है, जिन्हें पहलवानों का समर्थन भी है। इतना ही नहीं, अनीता श्योराण बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ हुए आंदोलन का हिस्सा भी हैं।
आज चुनाव में दोनों के बीच प्रधान पद को लेकर मुकाबला होने का जा रहा है। शात तक नतीजे जारी कर दिए जाएंगे। वहीं बताया जा रहा है कि चुनाव के बाद शाम 4 बजे दिल्ली के प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में पहलवान पत्रकारवार्ता करने जा रहे हैं। इसकी जानकारी पहलवान विनेश फोगाट की ओर से सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट शेयर करके दी गई है। हालांकि पत्रकारवार्ता का एजेंडा क्या रहेगा, इसके बारे में कुछ नहीं बताया गया है। चुनाव आमसभा की विशेष बैठक के दौरान 7 अगस्त को बनाई गई मतदाता सूची के अनुरूप होंगे।

वहीं इस चुनाव में संजय सिंह की उम्मीदवारी पर आपत्ति जताई जा रही है, क्योंकि वह विवादों में रहे बृजभूषण शरण सिंह के करीबी हैं। गौरतलब है कि डब्ल्यूएफआई के कुल 15 पदों पर आज चुनाव होना है। अध्यक्ष पद के अलावा कार्यकारिणी में वरिष्ठ उपाध्यक्ष, उपाध्यक्ष के 4 पदों, महासचिव, कोषाध्यक्ष, संयुक्त सचिव के 2 पदों और 5 कार्यकारी सदस्यों का चुनाव होने जा रहा है।

चुनाव की प्रक्रिया को इसी वर्ष जुलाई माह में शुरू किया गया था, लेकिन न्यायालय में मामलों के चलते चुनाव टलता गया। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने इस चुनाव पर पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट की ओर से लगी रोक को रद्द किया। जिसके बाद इन चुनाव की तारीख का ऐलान किया गया। 21 दिसंबर को होने जा रहे डब्ल्यूएफआई के चुनाव का परिणाम आज ही शाम तक जारी कर दिया जाएगा।

बता दें कि चुनाव के दौरान सभी राज्यों के कुश्ती संघ के सदस्य कुश्ती संघ की नई समिति का चयन करेंगे। कुश्ती संघ के चुनाव पहले भी कई बार टल चुके हैं। पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ देश के नामी पहलवान साक्षी मलिक, विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया, संगीता फोगाट सहित अन्य पहलवानों की ओर से लगाए गए गंभीर आरोपों ने चुनाव में ज्यादा परेशानियां खड़ी कीं। कई बार हाईकोर्ट की ओर से भी चुनाव पर रोक लगाई गई। दिल्ली में कई दिन पहलवानों के विरोध प्रदर्शन के बाद खेल मंत्रालय ने बृजभूषण शरण सिंह की अध्यक्षता वाले महासंघ को निलंबित कर दिया था।

गौरतलब है कि भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद पर करीब 12 वर्ष से बृजभूषण शरण सिंह रहे। वह वर्ष 2011 से लगातार तीन बार कुश्ती संघ के अध्यक्ष चुने गए। बृजभूषण शरण सिंह के अध्यक्ष रहते देश के नामी पहलवानों ने उनके खिलाफ आंदोलन किया। जिसका कारण बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों के यौन शोषण के आरोप रहे। आंदोलन के बाद से पहलवानों का मामला न्यायालय में चल रहा है। ऐसे में पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण के करीबी माने जाने वाले संजय सिंह अब मैदान में जुटे हैं। हालांकि इनके इनके नाम पर आपत्ति जताई जा रही है।