सर्दियों में ये बहुत ज्यादा जरुरी होता है कि आप अपने शरीर, यहां तक कि पैरों की उगंलियों को भी पूरी तरह ढक कर रखें। लेकिन अब आपके पैरों को बिल्कुल भी हवा या धूप नहीं लग पाती तो इनमें इंफेक्शन होने लगता है। वैसे तो यह परेशानी पुरुषों को भी हो सकती है लेकिन खासतौर पर यह दिक्कत महिलाओं को होती है। उंगलियों के सूजने के साथ ही तेज खुजली होती है और उनमें दर्द और जलन भी शुरू हो जाती है। कई बार ये दिक्कत इतनी ज्यादा हो जाती है कि उंगलियां घायल होने लगती हैं और पैरों में मोजे तक नहीं पहने जाते। वहीं हाथों से कोई काम करना मुश्किल हो जाता है। लेकिन ऐसा होना सिर्फ मौसमी बीमारी भर नहीं है बल्कि इस परेशानी के पैदा होने में आपकी कुछ कमियां भी जिम्मेदार हो सकती हैं।
दरअसल, पैरों में थकान और ठंड के चलते ब्लड सेल्स जम जाती है। ऐसे में पैरों में बढ़ने वाली थकान को दूर करने के लिए कुछ खास बातों का ख्याल रखना जरुरी है। तापमान की अधिकता और शरीर में विटामिन डी की कमी उंगलियों में सूजन का कारण बनने लगती है। इससे ब्लड सर्कुलेशन ज्यादा प्रभावित होता है और खून के थक्के बनने लगते है। इससे उंगलियों में सूजन बढ़ने लगती है और हल्का सा दर्द भी बना रहता है। समय पर इसका उपचार ना करवाने से ये सूजन पैरों में भी बढ़ने लगती है। इससे पैरों की सेहत प्रभावित होने लगती है।

सर्दी में अक्सर करते है लोग ये गलतियां
वैसे तो सूजन आने का सीधा-सीधा संबंध शरीर के सभी अंगों तक रक्त का प्रवाह ठीक तरह से न होना ही है लेकिन कई बार लोग खुद भी कई गलतियां करते हैं। ठंड का मौसम आते ही प्यास कम लगने लगती है, लिहाजा लोग पानी पीना कम कर देते हैं। इस मौसम में जूस या अन्य प्रकार के लिक्विड से भी दूरी बना लेते हैं यह सूजन आने का प्रमुख कारण है। इसके अलावा महिलाएं खासतौर पर एक और गलती करती हैं वे घर का काम ठंडे पानी से करने के बाद तुरंत रसोई में गैस चूल्हे पर काम करने लगती हैं, इस दौरान हाथों को गर्माहट मिलती है, वहीं कई बार ठंडे पानी से हाथ धोने के बाद आग पर हाथ सेंकने की आदत भी इस बीमारी को बढ़ाने में सहायक होती है। इसके साथ ही ठंड है लेकिन एक जगह रजाई में बैठे न रहें, चलें और शरीर को चलाएं।

उंगलियों में सूजन का कारण
सर्दियों में हाथों-पैरों की उंगलियों में सूजन खून के थक्के जमने की वजह से हो जाती है। त्वचा के ठीक नीचे की मांसपेशियां ठंड की वजह से जम जाती है और वहां लालिमा के साथ ही सूजन आ जाती है। थोड़ी सी गर्माहट मिलने पर ये ब्लड वेसल्स फिर से फैल जाते है और खून का संचार ठीक हो जाता है। उंगलियों में सूजन और लाल होने पर इसे सीधे हीटर या आग में सेकंकर ठीक करने की गलती कभी भी नहीं करनी चाहिए।
1.हल्दी को तेल में मिलाकर लगाएं
हल्दी को जैतून के तेल में मिलाकर गर्म कर लें। हल्के से गुनगने मिश्रण को सूजन वाली उंगलियों पर लगाकर छोड़ दें। कुछ देर बाद गुनगुने पानी से धो दें। इससे आपकों दर्द और सूजन में राहत मिलेगी।

2.लहसून का तेल
पैरों में ठंड ज्यादा लगने की वजह से उंगलियों में सूजन आ सकती है। इन्हें ठीक करने के लिए सरसों के तेल में पांच से छह कली लहसुन की कलियों को पका लें। फिर इस तेल को हल्का सा ठंडा हो जाने दें और पैरों व हाथों की उंगलियों पर लगा लें। हल्के हाथों से मसाज करें और छोड़ दे। रोजाना दो से तीन बार इस तेल से मालिश करने से सूजन में आराम मिलता है।

3.पैरों की मसाज करें
सर्दियों में हल्के गुनगुने ऑयल या क्रीम से फुट मसाज इंफ्लामेशन की समस्या को कम करने में मददगार साबित होती है। रात को सोने से पहले 3 से 5 मिनट तक उंगलियों की मसाज करने के बाद पैरों को कवक कर लें। इससे उंगलियों में होने वाली सूजन को कम किया जा सकता है।

4.फुटवियर कंफर्टेबल हों
पैरों के लिए सही फुटवियर न चुनने से भी उंगलियों में सूजन बढ़ जाती है। दिनभर आप जिन फुटवियर को पहनते है। उनका आरामदायक होना जरूरी है। कई बार हाई हिल्स और टाइट सैंडल पहनने से भी पैरों में ही उंगलियों में सूजन महसूस होने लगती है। साथ ही पैरों के लिए भी वो नुकसानदायक साबित होते है। साथ ही किसी दूसरे व्यक्ति के जूते पहनने से भी बचें। इससे पैरों में सक्रंमण का खतरा बढ़ने लगता है।

5.ज्यादा नमक का उपयोग ना करें
नेशनल इस्टीटयमट ऑफ हेल्थ के अनुसार शरीर में नमक की अधिक मात्रा वॉटर रिटेंशन का कारण साबित होता है। एक स्टडी के अनुसार 60 से अधिक आयु के लोग ज्यादा नमक खाने से लेग स्वैलिंग का शिकार होने लगते है। होम कुक फुड में ज्यादा नमक का प्रयोग नहीं करना चाहिए। साथ ही प्रोसेस्ड फूड खाने से पहले लेबल को अवश्य चेक कर लें।

6.बर्फ की सिकाई
पैरों की उंगलियों में होने वाली सूजन से बचने के लिए बर्फ से कुछ देर सिकाई करें। इससे सूजन धीरे-धीरे कम होने लगती है। साथ ही थकान से भी राहत मिलती है। 5 से 10 मिनट की सिकाई पैरों की उंगलियों के मसल्स को रिलैक्स रखने में मदद करता है।

7.उचित आहार लें
अपनी डाइट में विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करें। इसके लिए मौसमी फलों और सब्जियों को चुनें। खासतौर से संतरा, कीवी, चेरी और स्ट्रॉबेरी का सेवन करें। एंटीइंफ्लामेटरी गुणों से भरपूर ये फूडस शरीर को तरोताजा रखते है और इम्यून सिस्टम को इंप्रूव करने में मदद करते है।

8.शरीर को हाइड्रेट रखें
शरीर में पानी की कमी हाथों और पैरों की उंगलियों में सूजन का कारण बनने लगती है। ऐसे में खुद को हाइड्रेट रखें और सही मात्रा में तरल पदार्थों का इनटेक बढ़ाएं। पानी की नियमित मात्रा शरीर को निर्जलीकरण से बचाती है और ब्लड फ्लो भी उचित बना रहता है। इससे शरीर में होने वाली ऐंठम भी दूर हो जाती है।